अमेरिका ने कंबोडिया और इंडोनेशिया से चुराकर लाई गईं करोड़ों की कीमत वाली 30 प्राचीन कलाकृतियों को उन्हें वापस लौटा दिया है। न्यूयॉर्क के अभियोजकों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इन कलाकृतियों की कीमत तीन मिलियन डॉलर से अधिक है।
मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन ब्रैग के अनुसार, हाल ही में आयोजित दो अलग अलग समारोहों में 27 कलाकृतियां कंबोडिया के नोम पेन्ह को लौटाई गई हैं जबकि तीन कलाकृतियां जकार्ता को दी गई हैं। इन कलाकृतियों को अवैध तस्करों और डीलरों के अमेरिकी नेटवर्क से हासिल किया गया था।
We are continuing to investigate the wide-ranging trafficking networks that target Southeast Asian antiquities. Today we announced the return of 27 antiquities to the people of Cambodia and 3 antiquities to the people of Indonesia. More here: https://t.co/CySytxy533
— Alvin Bragg (@ManhattanDA) April 26, 2024
लौटाई गई प्रतिमाओं में में भगवान शिव की एक कांस्य प्रतिमा भी है जिसे "शिव त्रय" के नाम से जाना जाता था। इसे कंबोडिया से लाया गया था। इसके अलावा पत्थर की बनी एक प्रतिमा इंडोनेशिया से चुराकर लाई गई थी जिसका संबंध 13वीं से 16वीं शताब्दी के बीच माजापहित साम्राज्य के दो शाही राजपरिवारों से बताया जाता है।
ब्रैग के अनुसार, ये प्राचीन कलाकृतियां भारतीय-अमेरिकी आर्ट डीलर सुभाष कपूर और अमेरिकी नैंसी वीनर के गिरोह द्वारा अवैध तस्करी करके लाई गई थीं। कपूर की मैनहट्टन में "हिडन आइडल" नाम से आर्ट गैलरी है। आरोप है कि वह दक्षिण पूर्व एशिया से प्राचीन वस्तुओं की तस्करी का नेटवर्क चलाता है। पिछले दस वर्षों से वह अमेरिकी अधिकारियों की जांच के अधीन है।
सुभाष कपूर को 2011 में जर्मनी में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया। जहां पर उसे कलाकृतियों की तस्करी के आरोप में नवंबर 2022 में 13 साल की जेल की सजा सुनाई जा चुकी है। हालांकि कपूर किसी गलत काम से इनकार करता रहा है।
नैंसी वीनर को भी चोरी की कलाकृतियों की तस्करी के लिए 2021 में दोषी ठहराया जा चुका है। आरोप है कि उसने शिव की कांस्य प्रतिमा को बेचने का प्रयास किया था। लेकिन नाकाम रहने पर 2007 में डेनवर म्यूजियम ऑफ आर्ट को दान कर दिया। इसे 2023 में न्यूयॉर्क की अदालत के आदेश पर जब्त कर लिया गया था।
ब्रैग के नेतृत्व में एंटीक्स तस्करी यूनिट 25 से अधिक देशों से चोरी की गई लगभग 1,200 कलाकृतियों को बरामद कर चुकी है, जिनकी कीमत 250 मिलियन डॉलर से अधिक बताई जाती है। इसमें से काफी कलाकृतियां न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट जैसे संस्थानों और निजी संग्रहकर्ताओं से जब्त की गई थीं।
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