न्यूजर्सी के भारतीय अमेरिकी सीनेटर विन गोपाल ने हिंदूफोबिया और हिंदुओं के खिलाफ नफरत की निंदा करते हुए सदन में एक अहम प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव में हिंदू धर्म को दुनिया के सबसे बड़े और सबसे पुराने धर्मों में से एक बताते हुए उसका विरोध करने वालों की आलोचना की गई है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि 100 से अधिक देशों में 1.2 अरब से अधिक लोग हिंदू धर्म को मानते हैं। इस धर्म की विशेषताओं में आपसी सम्मान और शांति के मूल्यों पर आधारित परंपराएं व आस्थाएं हैं। प्रस्ताव में अमेरिका को हिंदू धर्म को मानने वालों के लिए एक उम्मीद और अवसर के रूप में चिह्नित करते हुए कहा गया है कि दुनिया भर से लाखों हिंदू यहां बेहतर जीवन के लिए आते हैं। यहां पर लोगों को सनातन धर्म का पालन करने के लिए पूरी आजादी है।
इसके अलावा यह प्रस्ताव चिकित्सा, विज्ञान, इंजीनियरिंग, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्त, शिक्षा, विनिर्माण, ऊर्जा, खुदरा व्यापार आदि विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिकी हिंदू समुदाय के महत्वपूर्ण योगदान को भी मान्यता देता है।
#Breaking | New Jersey State Senator @vingopal introduces #SCR104 condemning #Hinduphobia and anti-Hindu hate.
— Hindu American Foundation (@HinduAmerican) May 10, 2024
This landmark move comes in the wake of several Hindu temple attacks, assaults and increasing anti-Hindu bullying and intimidating rhetoric on college campuses, media… pic.twitter.com/wk3wWB6cME
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) ने इस प्रस्ताव पर कहा है कि यह ऐतिहासिक प्रस्ताव कई हिंदू मंदिरों पर हमलों और कॉलेजों, मीडिया संगठनों और सोशल मीडिया पर हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते विरोध और बयानबाजी के मद्देनजर आया है। हम सीनेटर विन गोपाल की इस महत्वपूर्ण पहल का स्वागत करते हैं और हिंदूफोबिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा इस बुराई से लड़ने के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं।
Thank you Sen. @vingopal! Whether after the outrageous Teaneck resolution calling for surveillance of Hindu groups or now in the face of unprecedented #Hinduphobia, you have been an unflinching advocate for religious freedom & pluralism.
— Suhag A. Shukla (@SuhagAShukla) May 10, 2024
Thank you for entrusting @HinduAmerican… https://t.co/rd5TSzUbcA pic.twitter.com/UeSNXeHmrI
एचएएफ की अध्यक्ष सुहाग शुक्ला ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अमेरिका में सबसे बड़े और सबसे पुराने पेशेवर हिंदू-अमेरिकी पैरोकारी संगठन के रूप में हम सुनिश्चित करेंगे कि इस प्रस्ताव का विस्तार हो और उसे सेलिब्रेट किया जाए।
गौरतलब है कि पिछले महीने भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने भी हिंदूफोबिया की निंदा करते हुए प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश किया था। थानेदार के प्रस्ताव में हिंदूफोबिया और हिंदू विरोधी कट्टरता की आलोचना करते हुए अमेरिका में हिंदुओं के योगदान की सराहना की गई है।
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