भारत में कोरोना को लेकर एक बार फिर से सरकारी एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। अमेरिका में चिंता बढ़ाने वाला कोविड-19 का नया सब वैरिएंट JN.1अब भारत के केरल राज्य में पाया गया है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट रहने के एडवाइजरी जारी की है।
JN.1 वैरिएंट ओमिक्रोन के बीए.2.86 का वंशज है। इसे लेकर चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि यह अधिक संक्रामक है और वैक्सीन से मिली प्रतिरक्षा को भी चकमा देने में सक्षम है। नया वैरिएंट पहली बार अगस्त 2023 में यूरोप में मिला था। लक्ज़मबर्ग में इसका पहला मामला दर्ज किया गया था। उसके बाद इंग्लैंड, आइसलैंड, फ्रांस और अमेरिका में इसके मरीज पाए गए।
नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष डॉ राजीव जयदेवन का कहना है कि जेएन.1 भारत में विशेष रूप से केरल में हाल ही में कोविड19 के मरीजों में बढ़ोतरी की एक वजह हो सकता है। भारत में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 938 तक पहुंच गई है। इसमें सबसे अधिक केरल में 768 मरीज मिले हैं।
केरल में नए सब वैरिएंट की मौजूदगी की पुष्टि भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) द्वारा की गई थी। विशेषज्ञों के अनुसार, नया वैरिएंट केरल राज्य में पहले से ही बढ़ रहे मामलों पर असर डाल सकता है।
अमेरिका में इन दिनों एचवी.1 वैरिएंट के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। देश पहले से ही सांसों की बीमारियों वाले मौसम से गुजर रहा है और कोविड इसे और भी गंभीर बना रहा है। JN.1 और EG.5 या Eris के बाद HV.1 को देश भर में अनुमानित एक तिहाई मामलों के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
JN.1 सब वैरिएंट के लक्षणों में बुखार, खांसी, थकान, बंद नाक, बहती नाक, दस्त और सिर दर्द शामिल हैं। इसके मूल वायरस में हुए बदलाव इसे प्रतिरक्षा से बचने की अतिरिक्त क्षमता देता है। परीक्षणों से पता चला है कि नए टीके भी इसके खिलाफ प्रभावी पर्याप्त एंटीबॉडी नहीं बना पा रहे हैं।
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