भारतीय अभिनेता, फिल्म निर्माता और सामाजिक वकील नंदिता दास ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 5वें हेल्थ फॉर ऑल फिल्म फेस्टिवल में जूरर के रूप में काम किया। फिल्म फेस्टिवल का यह पांचवां साल है। दास ने कान्स फिल्म फेस्टिवल की जूरी में दो बार काम किया है और 10 अलग-अलग भाषाओं में 40 से अधिक फीचर फिल्मों में अभिनय किया है।
इस वर्ष फेस्टिवल को दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं से लगभग 1,000 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। इनमें लैंगिक समानता, युद्ध आघात, बर्नआउट, जलवायु परिवर्तन और स्वस्थ दीर्घायु जैसे मुद्दों को समाहित किया गया था। इनमें से 61 चुनी गई फिल्मों का मूल्यांकन प्रतिष्ठित पेशेवरों, कलाकारों और कार्यकर्ताओं के एक पैनल द्वारा किया गया।
पैनल में प्रसिद्ध अभिनेता और वकील नंदिता दास, शेरोन स्टोन, अल्फोंसो हेरेरा, फिल्म निर्माता अपोलिन ट्रॉरे, ओलंपिक तैराक और यूएनएचसीआर सद्भावना राजदूत युसरा मर्दिनी; बहुविषयक कलाकार मारियो मैकिलौ और फिल्म निर्देशक पॉल जर्नडाल शामिल थे।
जूरी में दूसरी बार सेवाएं देने को लेकर नंदिता ने कहा कि हेल्थ फॉर ऑल फिल्म फेस्टिवल का जूरर बनकर खुशी हो रही है। फ़िल्में जागरूकता पैदा कर सकती हैं, पूर्वाग्रहों को चुनौती दे सकती हैं, असहज प्रश्न पूछ सकती हैं और ऐसी कहानियां बता सकती हैं जिन्हें बताने की ज़रूरत है। स्वास्थ्य व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से हमारा अधिकार और जिम्मेदारी है। इसलिए इन मुद्दों पर केंद्रित फिल्मों का जश्न मनाना महत्वपूर्ण है। मुझे खुशी है कि मुझे इस वार्षिक आयोजन के 5वें संस्करण के विजेताओं की घोषणा करने का अवसर मिला है।
नंदिता दास वाशिंगटन डीसी में अंतर्राष्ट्रीय महिला मंच के इंटरनेशनल हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली पहली भारतीय थीं। दास को 2011 में 'हमारे समय के सबसे मनोरंजक सिनेमा कला नेताओं में से एक के रूप में कला और दुनिया में उनके निरंतर योगदान' के लिए मान्यता दी गई थी।
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