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वर्जीनिया की इस कंपनी ने भारतवंशी आईटी एक्सपर्ट को बनाया एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट

एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) और प्रोडक्ट इंजीनियरिंग में 25 साल का अनुभव रखने वाले मोहन ने 50 से अधिक राज्यों व स्थानीय सरकारी संस्थाओं में ईआरपी कार्यान्वयन किया है।

मुकुंद मोहन ओरेकल में चार साल रहने के बाद मिथिक्स में आए हैं। / Image - Mythics

वर्जीनिया की ओरेकल सॉल्यूशन प्रोवाइडर एंड कंसल्टिंग फर्म माइथिक्स एलएलसी ने भारतीय मूल के आईटी एक्सपर्ट मुकुंद मोहन एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट (कंसल्टिंग सर्विसेज) नियुक्त किया है। 

मुकुंद मोहन माइथिक्स के परामर्श संगठन में रणनीतिक नेतृत्व एवं परिचालन प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालेंगे जिसका लक्ष्य ओरेकल का एकीकरण, परामर्श और सेवाओं के पोर्टफोलियो का विस्तार करना है।

मोहन ओरेकल में चार साल रहने के बाद मिथिक्स में आए हैं। ओरेकल में उन्होंने तकनीकी वितरण और कार्यक्रम प्रबंधन पर जोर देते हुए उत्तरी अमेरिका के सबसे बड़े ओरेकल अकाउंट में से एक के आधुनिकीकरण प्रयासों का नेतृत्व किया था। 

एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) और प्रोडक्ट इंजीनियरिंग में 25 साल का अनुभव रखने वाले मोहन ने 50 से अधिक राज्यों और स्थानीय सरकारों की संस्थाओं में ईआरपी कार्यान्वयन का मार्गदर्शन किया है। वित्तीय स्थिरता के लिए बौद्धिक संपदा आधारित सेवाओं के विकास में विशेषज्ञता उन्हें मिथिक्स की अगुआई करने के लिए उपयुक्त बनाती है।

मोहन ने कहा कि माइथिक्स में शामिल होने के बाद मेरा लक्ष्य ओवरऑल प्रॉफिट में सुधार करना, रेवेन्यू बढ़ाना और जोखिम के बेहतर प्रबंधन के बिजनेस का विविधीकरण करना है। मैं आगे आने वाले अवसरों को लेकर बहुत उत्साहित हूं।

माइथिक्स के सीईओ पॉल सीफर्ट ने मोहन की तारीफ करते हुए कहा कि कंसलटेंसी के बारे में उनका नजरिया, लोगों पर फोकस करना, उनकी ताकत का लाभ उठाना और कार्यस्थल पर मजबूत पारस्परिक संबंध बनाना हमारी कॉर्पोरेट संस्कृति से अच्छी तरह मेल खाता है।

मोहन ने भारत के मद्रास विश्वविद्यालय से बीटेक करने के बाद जॉर्ज मैनसन विश्वविद्यालय से एमएस और एमबीए किया है। 

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