अमेरिका में भारतीय मूल के 20 साल के साई वर्शिथ कंडुला को व्हाइट हाउस पर हमले का दोषी ठहराया गया है। साई पर पिछले साल 22 मई को व्हाइट हाउस की इमारत के आसपास की बाड़ में ट्रक चलाने का प्रयास करने के बाद जानबूझकर अमेरिकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने या लूटने का आरोप था। साई वर्शिथ अमेरिका में मिसौरी के सेंट लुईस इलाके का रहने वाला है। कंडुला मूल रूप से भारत के चंदनगर का रहने वाला है। इस साल 23 अगस्त को सजा का ऐलान किया जाएगा।
अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय, डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया की ओर से जारी जानकारी के अनुसार, कंडुला ने नाजी विचारधारा से प्रभावित होकर इस तरह का कृत्य किया। उसने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को हटाकर तानाशाही लाने की मंशा से व्हाइट हाउस पर हमला किया था। वह 'राजनीतिक शक्ति पर कब्जा करने' के लिए व्हाइट हाउस पर नियंत्रण हासिल करना चाहता था। हफ्तों पहले से इसकी योजना बना रहा था।
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, अपने इरादे को अंजाम देने के लिए कंडुला 22 मई 2023 की दोपहर को सेंट लुईस से एक विमान द्वारा वॉशिंगटन डीसी पहुंचा। वह शाम करीब 5.20 बजे डलास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा। शाम करीब 6:30 बजे उसने एक ट्रक किराए पर लिया। ट्रक किराए पर लेकर वह व्हाइट हाउस के लिए निकल गया। रास्ते में वह खाने और गैस के लिए रुका। रात करीब साढ़े नौ बजे वॉशिंगटन डीसी पहुंचा और वहां एच स्ट्रीट पर नॉर्थवेस्ट और 16वीं स्ट्रीट नॉर्थ वेस्ट के चौराहे पर व्हाइट हाउस की सुरक्षा में तैनात बैरिकेड से ट्रक को टकरा दिया।
इसके बाद कंडुला ने ट्रक को फुटपाथ पर चढ़ा दिया। इससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद फिर से कंडुला ने ट्रक रिवर्स में बैक किया और एक बैरिकेड से टकराया। इसके बाद उसका ट्रक खराब होकर बंद हो गया। कंडुला ट्रक से उतरा और उसने सिगरेट पीना शुरू कर दिया। इस दौरान इंजन के डिब्बे से तरल पदार्थ लीक हो रहा था।
कंडुला वाहन से बाहर निकला और ट्रक के पीछे चला गया। एक बैग से उन्होंने एक झंडा निकाला। इसके केंद्र में नाजी चिन्ह के साथ तीन-बटा-पांच फुट लाल और सफेद बैनर था। वह इसे लहराने लगा। यूएस पार्क पुलिस और यूएस सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने कंडुला को घटनास्थल पर गिरफ्तार किया और उसे हिरासत में ले लिया। दिलचस्प बात यह है कि 2023 की घटना के समय मीडिया रिपोर्टों में मार्क्वेट हाई स्कूल में कंडुला के सहपाठियों के हवाले से उन्हें शांत और कोई ऐसा व्यक्ति बताया गया था जो परेशानी में नहीं पड़ता।
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