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अमेरिकी चुनाव से पहले मस्क ने बढ़ाई टेंशन, चालू किया अपना 'भ्रामक मेगाफोन'

मस्क ने ट्रम्प सहित राजनेताओं के इस झूठ को खारिज कर दिया है कि डेमोक्रेट नवंबर के चुनाव में मतदान कराने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवासियों को 'आयात' कर रहे हैं और ओहियो में हैती अप्रवासी पालतू जानवरों को मार रहे हैं और खा रहे हैं।

एलन मस्क / Reuters/Mike Segar

अपने 200 मिलियन फॉलोअर्स के बीच भड़काऊ और भ्रामक पोस्ट को लेकर एलन मस्क एक बार फिर आलोचनाओं के घेरे में हैं। उनका सोशल मीडिया प्रभावशाली मंच X पहले से ही गलत सूचनाएं देने के कारण अपनी विश्वसनीयता खो रहा है। इस बीच पहले से ही ध्रुवीकृत अमेरिकी चुनाव से पहले राजनीतिक तापमान को बढ़ाने को लेकर अब मस्क फिर निशाने पर हैं। 

शोधकर्ताओं को डर है कि डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने वाले मस्क को रिपब्लिकन उम्मीदवार के पक्ष में मतदाताओं को प्रभावित करने, चुनावी प्रक्रिया की वैधता पर सवाल उठाने और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों तथा चुनाव कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा भड़काना के लिए X (पूर्व में ट्विटर) और उनके व्यक्तिगत खाते का उपयोग करने से रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया जा सकता। 

सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट (CCDH) के मुख्य कार्यकारी इमरान अहमद का कहना है कि मस्क के X पर बहुत फॉलोअर्स हैं और वह इस प्लेटफॉर्म को अपने गलत सूचना मेगाफोन की तरह मानते हैं।

मस्क ने ट्रम्प सहित राजनेताओं के इस झूठ को खारिज कर दिया है कि डेमोक्रेट नवंबर के चुनाव में मतदान कराने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवासियों को 'आयात' कर रहे हैं और ओहियो में हैती अप्रवासी पालतू जानवरों को मार रहे हैं और खा रहे हैं।

ट्रम्प पर दूसरे हत्या के प्रयास के तुरंत बाद मस्क ने एक टिप्पणी पोस्ट की थी (एक सोच वाले इमोजी के साथ) कि 'कोई भी राष्ट्रपति जो बाइडेन और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की हत्या करने की कोशिश नहीं कर रहा है।'

इस पोस्ट को व्हाइट हाउस ने गैर-जिम्मेदाराना बताया और साथ ही कहा कि हिंसा को कभी भी 'प्रोत्साहित या मजाक नहीं किया जाना चाहिए।' इसके बाद मस्क ने वह पोस्ट हटा दी थी। 

मस्क को एक डीपफेक वीडियो साझा करने के लिए भी आलोचना का सामना करना पड़ा था जिसमें हैरिस की नकल करते हुए एक वॉयसओवर बाइडेन को बूढ़ा कहता है और घोषणा करता है कि वह 'देश चलाने के बारे में पहली बात नहीं जानती है।'

भ्रामक दावों का सच
CCDH ने पिछले महीने रिपोर्ट दी थी कि मस्क द्वारा X पर झूठे या भ्रामक चुनावी दावों को लगभग 1.2 बिलियन बार देखा गया है। इसके शोधकर्ताओं ने जनवरी से लेकर अब तक मस्क के 50 पोस्टों की पहचान की है जिनमें चुनावी दावे हैं जिन्हें स्वतंत्र तथ्य-जांचकर्ताओं ने खारिज कर दिया है। जब इस विषय पर X से टिप्पणी का अनुरोध किया गया तो उसका कोई जवाब नहीं आया। 
 

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