पेरिस ओलंपिक में भारत की पदक तालिका में इजाफा करने की उम्मीदें सोमवार को कांस्य पदक की बाधा पार नहीं कर पाईं। बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन और महेश्वरी चौहान व अनंत जीत सिंह नारुका की स्कीट शूटर्स की टीम अपनी-अपनी स्पर्धाओं में चौथे स्थान पर आए और इस तरह भारत पदक से चूक गया।
ओलंपिक पदक जीतने वाले भारत के पहले पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बनने के लिए लक्ष्य सेन से काफी उम्मीदें थीं। हालांकि उन्हें सातवें वरीयता प्राप्त मलेशिया के जी जिन ली से कड़े चुनौती का सामना करना पड़ा।
लक्ष्य ने पहला सेट 21-13 से जीतकर अच्छी शुरुआत की। लेकिन मलेशियाई खिलाड़ी ने उसके बाद खेल पर नियंत्रण बनाना शुरू कर दिया। लक्ष्य ने ने कड़ी मेहनत की लेकिन मलेशियाई खिलाड़ी ने कुछ लंबे शॉट्स खेलकर दूसरा सेट 16-21 से जीत लिया।
तीसरे और अंतिम सेट में भी जी जिन ली ने बढ़त बनाए रखी। जबरदस्त स्ट्रोक खेलते हुए उन्होंने लक्ष्य सेन को अंतिम सेट में 21-11 से मात दी और इस तरह लक्ष्य ने कांस्य पदक का मौका गंवा दिया।
2012 के लंदन ओलंपिक के बाद यह पहली मौका है जब भारत को बैडमिंटन अभियान बिना पदक के खत्म हुआ है। साइना नेहवाल ने लंदन में महिला एकल में कांस्य पदक जीता था। उसके बाद रियो में पीवी सिंधु ने रजत पदक देश को दिलाया। 2020 टोक्यो ओलंपिक खेलों में पीवी सिंधु ने बैक-टू-बैक कांस्य दिलाया।
भारत को रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी से पदक की उम्मीद थी। इसके अलावा पीवी सिंधु से लगातार तीसरे स्थान पर पहुंचने की उम्मीद थी। पीवी सिंधु की तरह रेड्डी और शेट्टी भी प्री-क्वार्टर फाइनल की बाधा पार नहीं कर सके।
पुरुष एकल में लक्ष्य सेन ने राउंड ऑफ-16 में हमवतन एचएस प्रणय को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। इसके बाद ताइपे के टिएन चेन चाउ को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया लेकिन गत चैंपियन विक्टर एलेक्सन से हार गए।
भारत ने सोमवार को निशानेबाजी में तीन कांस्य पदक जीते। स्कीट मिक्स्ड इवेंट में भारत चौथे स्थान पर रहा। अर्जुन बबुता 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक से चूक गए। स्कीट मिश्रित वर्ग में माहेश्वरी चौहान और अनंत जीत सिंह नारुका की जोड़ी कांस्य पदक के लिए चीन की यितिंग जियांग और जियानलिन ल्यू की जोड़ी से करीबी मुकाबले में हार गई।
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