अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) ने एक आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस (AI) सेफ्टी एंड सिक्योरिटी बोर्ड के गठन की घोषणा की है जिसका उद्देश्य संयुक्त राज्य अमेरिका के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के भीतर AI प्रौद्योगिकी के सुरक्षित एकीकरण को संचालित करना है।
आधिकारिक घोषणा के अनुसार बोर्ड में प्रौद्योगिकी, शिक्षा, नीति निर्माण और नागरिक अधिकारों की वकालत सहित विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 22 प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं। पहले बोर्ड में कई भारतीय अमेरिकी शामिल हैं जैसे कि अरविंद कृष्णा, अध्यक्ष और सीईओ, आईबीएम; सत्य नडेला, अध्यक्ष और सीईओ, माइक्रोसॉफ्ट' शांतनु नारायण, अध्यक्ष और सीईओ, एडोब; सुंदर पिचाई, सीईओ, अल्फाबेट और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अध्यक्ष की सहायक तथा निदेशक, व्हाइट हाउस विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति कार्यालय आरती प्रभाकर।
एडोब के अध्यक्ष और सीईओ शांतनु नारायण ने AI तकनीक को जिम्मेदारी से आगे बढ़ाने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि यह बोर्ड AI तकनीक को आगे बढ़ाने की बेहतर क्षमता रखता है। बोर्ड ऐसे दिशानिर्देश तय करेगा जो AI के किसी भी जोखिम को कम करते हुए हमारे देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और सुरक्षित करने में मदद करेगा।
अरविंद कृष्णा ने देश की सुरक्षा बढ़ाने में AI के महत्व को रेखांकित किया। कृष्णा ने कहा कि AI एक गेम-चेंजिंग तकनीक है जो व्यवसायों को स्मार्ट, मजबूत और सुरक्षित बना रही है। बड़े पैमाने पर खतरे की जानकारी का विश्लेषण करने की AI की क्षमता देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को साइबर हमलों से बचाने में मदद कर सकती है।
सत्या नडेला ने सुरक्षित और जिम्मेदार AI तैनाती की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि AI हमारे समय की सबसे परिवर्तनकारी तकनीक है और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसे सुरक्षित और जिम्मेदारी से तैनात किया जाए।
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