AAPI इक्विटी एलायंस की कार्यकारी निदेशक मंजूषा कुलकर्णी को जेम्स इरविन फाउंडेशन लीडरशिप पुरस्कार दिया गया है। मंजूषा ने डेटा, साझेदारी और नीति समाधानों के माध्यम से AAPI समुदायों के खिलाफ नफरत और भेदभाव को खत्म करने की दिशा में अहम काम किया है।
मंजूषा कुलकर्णी छह संगठनों के उन 9 नायकों में से एक हैं जिन्हें कैलिफोर्नियावासियों को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने में उनके समर्पित प्रयासों के लिए 2024 का लीडरशिप पुरस्कार प्राप्त हुआ।
प्रेस को साझा जानकारी के अनुसार इस वर्ष के पुरस्कार प्राप्तकर्ता नवप्रवर्तकों का एक प्रभावशाली समूह है जो शिक्षक तैयारी, युवा न्याय, कॉलेज पहुंच और पूर्णता, एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीपवासी, एलजीबीटीक्यू+, शरणार्थी और अप्रवासी आबादी के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने सहित अनेक चुनौतियों की एक विस्तृत श्रृंखला पर काम कर रहे हैं।
मंजूषा की आधिकारिक प्रोफाइल से पता चलता है कि एक किशोरी के रूप में उन्होंने देखा कि उनकी मां ने गैर-यूरोपीय डॉक्टरों के खिलाफ भेदभावपूर्ण नीतियों को लेकर राज्य के खिलाफ एक सफल मुहिम का नेतृत्व किया। इस अनुभव के साथ ही कुलकर्णी को अपने स्कूल में भी भेदभाव और उपेक्षा का सामना करना पड़ा। इन्ही कारणों से उनके मन में समाज से भेदभाव दूर करने का विचार आया और साथ ही अधिकारों के प्रति चेतना ने जन्म लिया। इसी चेतना ने उनके दिल में समाज के प्रति कुछ करने के लिए आगे बढ़ने का जज्बा पैदा किया।
नागरिक अधिकारों और स्वास्थ्य कानून तथा नीति मामलों में महत्वपूर्ण कार्यों के बाद ही उन्हें AAPI इक्विटी एलायंस का नेतृत्व सौंपा गया। करीब 40 साल पुराने संगठन को एक नए युग में ले जाने का श्रेय कुलकर्णी को जाता है।
कभी संगठन को पर्दे के पीछे काम करने वाला माना जाता था मगर कुलकर्णी इसे मुख्यधारा में लेकर आईं। मंजूषा ने AAPI को एक ऐसे संगठन में बदल दिया जो आज स्वास्थ्य देखभाल पहुंच, पारस्परिक हिंसा और मानसिक स्वास्थ्य में अभूतपूर्व काम करता है।
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