भारत स्थित वैश्विक डिजिटल सॉल्यूशंस कंपनी LTIMindtree एथेंस में एक जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-डिजिटल हब के साथ-साथ पोलैंड और मुंबई (भारत) में समर्पित सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ग्रीस की अग्रणी बीमा कंपनी EuroLife FFH के साथ हाथ मिलाने वाली है।
इसी सिलसिले में पिछले दिनों दिल्ली में Mindtree और EuroLife के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस की भारत यात्रा के दौरान उनकी मौजूदगी में हुआ।
समझौते पर हस्ताक्षर करने वालों में LTIMindtree के अध्यक्ष और कार्यकारी बोर्ड के सदस्य सुधीर चतुर्वेदी, EuroLife FFH इंश्योरेंस ग्रुप के अध्यक्ष और सीईओ एलेक्जेंड्रोस सर्रिजॉर्जियो और Fairfax डिजिटल सर्विसेज के अध्यक्ष और सीईओ संजय तुगनैत शामिल थे।
Fairfax कनाडा स्थित Fairfax फाइनेंशियल होल्डिंग्स (FFH) का एक हिस्सा है। यह EuroLife की होल्डिंग कंपनी है। FFH की कमान इसके संस्थापक और भारत में जन्मे अरबपति व्यवसायी प्रेम वत्स के हाथ में है।
समझौते के तहत EuroLife FFH ग्रीस में बीमा व्यवसायों के लिए नए समाधान विकसित करने की खातिर एथेंस में जेनरेटिव एआई और डिजिटल हब स्थापित करेगी। इसके लिए LTIMindtree पोलैंड और मुंबई में अपनी सुविधाएं और डोमेन तथा तकनीक संबंधी अन्य विशेषज्ञताएं उपलब्ध कराएगी। दोनों कंपनियों के पेशेवर बीमा, बैंकिंग, शिपिंग और विनिर्माण उद्योगों में व्यवसाय के लिए ग्राहक अनुभव और परिचालन दक्षताएं बढ़ाने के लिए उत्पाद और सेवाएं विकसित करेंगे।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद अलेक्जेंड्रोस सर्रिगोर्जियोउ ने कहा कि यह साझेदारी हमारे ग्राहकों और भागीदारों के लिए नयापन प्रदान करने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी की शक्ति का लाभ उठाने की हमारी महत्वाकांक्षा के अनुरूप है।
सुधीर चतुर्वेदी ने कहा कि EuroLife FFH के साथ हमारा सहयोग हमारे रणनीतिक रोडमैप का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका उद्देश्य जनरल एआई की वास्तविक क्षमताओं को उजागर करके व्यवसायों के लिए परिवर्तनकारी विकास को बढ़ावा देना है। संजय तुगनैत ने कहा कि ग्रीस और भारत एक जनरल एआई और डिजिटल हब की स्थापना के लिए एकजुट हुए हैं।
23 फरवरी को मुंबई में इंडो-ग्रीस बिजनेस फोरम में ग्रीक प्रधानमंत्री क्यारीकोस मित्सोटाकिस ने कहा कि ग्रीस उन भारतीय कंपनियों के लिए एक स्वाभाविक प्रवेश बिंदु है जो ड्रोन, शिपिंग, फार्मा, बैंकिंग, बीमा, कृषि और वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में यूरोपीय बाजार में प्रवेश करना चाहती हैं।
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