अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस ने पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प पर जमकर वार किए। उन्होंने राष्ट्रपति पद संभालने के लिए ट्रम्प की फिटनेस पर सवाल उठाए, साथ ही गर्भपात संबंधी प्रतिबंधों और उनके खिलाफ चल रहे तमाम मुकदमों का जिक्र करते हुए तीखे हमले किए। हैरिस के हमलों के आगे ट्रम्प डिफेंसिव नजर आए।
प्रॉसिक्यूटर रह चुकीं 59 वर्षीय कमला हैरिस ने डिबेट को उस समय रोमांचक बना दिया, जब वह पहली ही मुलाकात में ट्रम्प से हाथ मिलाने के लिए पहुंच गईं। यह दोनों प्रतिद्वंदियों के बीच पहला हैंडशेक था। कमला हैरिस शुरू से ही डिबेट में हावी नजर आईं। उन्होंने डिबेट को पूरी तरह अपने कंट्रोल में रखा, अपने प्रतिद्वंद्वी की दुखती रगों पर वार किए। इनके सामने 78 वर्षीय ट्रम्प कई बार अपना आपा खोते नजर आए। कई बार उन्होंने गलत रिपोर्टों का जिक्र करते हुए जवाब देने की कोशिश की।
ट्रम्प ने डिबेट के दौरान स्प्रिंगफील्ड ओहियो में आप्रवासियों पर पालतू जानवरों को खाने का झूठा दावा कर दिया। उन्होंने अप्रवासियों की तरफ इशारा करते हुए आरोप लगाया कि वे कुत्तों को खा रहे हैं। बिल्लियों को खा रहे हैं। वे लोगों के पालतू जानवरों को खा रहे हैं। उनके इस आरोप को कमला हैरिस ने अविश्वास में हंसी में उड़ा दिया।
दोनों उम्मीदवार इमिग्रेशन, विदेश नीति और हेल्थकेयर जैसे मुद्दों पर भी भिड़ते दिखे। हालांकि विशिष्ट नीतियों को लेकर इस डिबेट में गंभीर बहस नहीं हुई। हैरिस मजबूती से सभी का फोकस ट्रम्प पर शिफ्ट करने में सफल रहीं। इसने उनके समर्थकों को खुश कर दिया। यहां तक कि कुछ रिपब्लिकंस ने भी माना कि डिबेट के दौरान ट्रम्प संघर्ष करते दिख रहे थे।
सात सप्ताह पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन के रेस से हटने के बाद राष्ट्रपति चुनाव के मैदान में उतरीं कमला हैरिस के साथ पहली डिबेट में ट्रम्प ने अपना पुराना झूठा दावा दोहराया कि 2020 में उनकी चुनावी हार धोखाधड़ी की वजह से हुई थी। उन्होंने एक और झूठा दावा करते हुए आरोप लगाया कि प्रवासियों की वजह से हिंसक अपराध बढ़ रहे हैं। उन्होंने हैरिस को 'मार्क्सवादी' भी करार दिया।
एक समय तो हैरिस ने पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प को यह कहकर उकसाया कि उनकी रैली में शामिल होने वाले लोग अक्सर थकावट और ऊब की वजह से चले आते हैं। हैरिस समर्थकों की भारी भीड़ से निराश ट्रम्प ने मामला संभालने के लिए कहा कि मेरी रैलियां राजनीतिक इतिहास की सबसे अविश्वसनीय रैलियां होती हैं।
इतना ही नहीं PredictIt के अनुसार, ऑनलाइन पोल में प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान ट्रम्प की जीत की संभावना 52% से घटकर 47% तक पहुंच गई। वहीं हैरिस की संभावनाओं में 53% से लेकर 55% तक का सुधार देखा गया। बहस के नतीजों से उत्साहित टीम हैरिस ने ट्रम्प को अक्टूबर में दूसरे दौर की डिबेट के लिए चुनौती दे डाली।
इस पर बाद में ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज से कहा कि वह ऐसा इसलिए चाहती हैं क्योंकि वह हार गई हैं। मुझे इसके बारे में सोचना होगा क्योंकि अगर आप बहस जीत जाते हैं तो मुझे लगता है कि शायद मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए। मुझे एक और बहस आखिर क्यों ही करनी चाहिए?
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login