अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय मूल की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर बढ़त बनाए हुए हैं। चुनावी सर्वेक्षणों के बाद अब हैरिस ने ट्रम्प को फंडरेजिंग में भी पीछे छोड़ दिया है।
कमला हैरिस के मुख्य फंडरेजर ग्रुप ने जुलाई में ट्रम्प कैंपेन के मुकाबले चार गुना अधिक रकम जुटाई थी। मंगलवार देर रात दायर फेडरल फाइलिंग में यह जानकारी दी गई है। यह दिखाता है कि 5 नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव से पहले हैरिस को लेकर अमेरिकी जनता में किस कदर उत्साह है।
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस कैंपेन की तरफ से संघीय चुनाव आयोग को बताया गया कि पिछले महीने उसने 20.4 करोड़ डॉलर जुटाए थे। वहीं रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प के मेन फंडरेजिंग ग्रुप को 4.8 करोड़ डॉलर मिले थे।
कमला हैरिस के आंकड़ों में 21 जुलाई को उम्मीदवारी शुरू करने से पहले महीने के दौरान जुटाई गई धनराशि भी शामिल है। इसी तारीख को राष्ट्रपति बाइडेन ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेते हुए हैरिस को प्रत्याशी बनाने का ऐलान किया था।
एफईसी की रिपोर्ट के अनुसार, चुनावी खर्च के मामले में भी हैरिस ने ट्रम्प को पछाड़ दिया है। हैरिस ने जहां 81 मिलियन डॉलर खर्चे हैं, वहीं ट्रम्प की टीम महज 24 मिलियन डॉलर ही खर्च कर पाई है।
हैरिस कैंपेन ने पहले बताया था कि उनके प्रचार अभियान और डेमोक्रेटिक पार्टी के धन उगाहने वाले मुख्य समूह ने जुलाई में मिलकर 31 करोड़ डॉलर जुटाए थे। वहीं ट्रम्प के प्रचार अभियान ने कहा था कि उसने और रिपब्लिकन पार्टी ने मिलकर 13.8 करोड़ डॉलर जुटाए हैं।
ट्रम्प की उम्मीदवारी के लिए पिछले महीने रूढ़िवादी अरबपति टिमोथी मेलन ने भारी योगदान दिया था। उन्होंने ट्रम्प समर्थक सुपर पीएसी (एमएजीए) को को 5 करोड़ डॉलर और दिए थे। पिट्सबर्ग स्थित मेलन बैंकिंग परिवार के उत्तराधिकारी टिमोथी मेलन ने इस साल एमएजीए को कम से कम 115 मिलियन डॉलर दे चुके हैं।
सुपर पीएसी चुनाव में सबसे बड़े खर्च करने वालों में से एक है। ट्रम्प के प्रचार में उसने जुलाई में करीब 43 मिलियन डॉलर से अधिक रकम खर्च की थी।
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