अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने औपचारिक रूप से राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेट नामांकन स्वीकार कर लिया है। डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन (डीएनसी) के अंतिम दिन 22 अगस्त को उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अमेरिका के लिए खुद को फिर से परिभाषित करने और अपने आप को रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प से एकदम अलग दर्शाने की कोशिश की।
हैरिस ने डीएनसी में डेमोक्रेट्स की हुंकार के बीच कहा कि उन सभी की ओर से जिनकी कहानी पृथ्वी पर केवल सबसे महान राष्ट्र में ही लिखी जा सकती है... मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए आपका नामांकन स्वीकार करती हूं।
कमला हैरिस एक महीने से कुछ अधिक समय पहले डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में तब उभरकर आईं जब 81 वर्षीय राष्ट्रपति जो बाइडेन के सहयोगियों ने उन्हें इस मुकाबले को छोड़ने के लिए लगभग विवश कर दिया। यदि हैरिस जीत जाती हैं तो वह पहली महिला निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में इतिहास रचेंगी। चार दिवसीय डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में राजनीति और संगीत जगत के कुछ सबसे बड़े नाम भी शामिल हुए हैं।
डीएनसी की अंतिम और बहुप्रतीक्षित रात शिकागो का यूनाइटेड सेंटर ऊर्जा और लोगों के उत्साह से भरा हुआ था। सेंटर की 23,500 सीटें भर गई थीं। सेंटर के कर्मचारियों ने यह कहते हुए अधिक लोगों को प्रवेश करने से रोक दिया कि शहर के फायर मार्शल ने इमारत की क्षमता पूरी होने की घोषणा कर दी है। यानी इससे ज्यादा लोग अब सेंटर में नहीं जा सकते।
व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा कि बाइडेन ने हैरिस को उनके भाषण से पहले शुभकामनाएं दी थीं। कहा गया कि ट्रम्प द्वारा प्रचार अभियान में इस्तेमाल की गई विभाजनकारी बयानबाजी की ओर इशारा करते हुए हैरिस 'सभी अमेरिका वासियों के लिए राष्ट्रपति बनने' का वादा करेंगी।
लगभग चार वर्ष तक उपराष्ट्रपति
कैलिफोर्निया की पूर्व अटॉर्नी जनरल हैरिस की राष्ट्रपति पद की महत्वाकांक्षाएं वर्षों से स्पष्ट थीं लेकिन उनके अपने अस्थिर 2020 अभियान और उपराष्ट्रपति के रूप में उनके लगभग चार वर्षों के रास्ते में आने वाली बाधाओं ने उन्हें कमजोर कर दिया था।
हैरिस ने कहा इस चुनाव के साथ, हमारे देश के पास अतीत की कड़वाहट, संशयवाद और विभाजनकारी लड़ाइयों से आगे बढ़ने का एक अनमोल अवसर है। आगे बढ़ने का एक नया रास्ता तैयार करने का मौका है। किसी एक पार्टी या गुट के सदस्य के रूप में नहीं बल्कि अमेरिका वासियों के रूप में।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login