ADVERTISEMENTs

राष्ट्रपति बाइडेन ने कमला हैरिस को दिया वोट, 'प्रथम' मतदाताओं का किया स्वागत

राष्ट्रपति बाइडेन ने अपने गृह राज्य डेलावेयर में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ चुनावी जंग में डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति हैरिस के लिए वोट देकर 'प्रथम' (पहली बार वोट करने वाले) मतदाताओं का स्वागत करते हुए उन्हे अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्साहित किया।

राष्ट्रपति बाइडेन मतदान करते हुए। / Reuters/Craig Hudson

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस को अपना वोट दिया। राष्ट्रपति बाइडेन ने अपने गृह राज्य डेलावेयर में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ चुनावी जंग में डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति हैरिस के लिए वोट देकर 'प्रथम' (पहली बार वोट करने वाले) मतदाताओं का स्वागत करते हुए उन्हे अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्साहित किया। 

दूसरी बार राष्ट्रपति बनने की दौड़ से जुलाई में खुद को अलग करते हुए बाइडेन ने अपनी जगह उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन किया और बीते सोमवार को अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बाइडेन उन कुछ लोगों में शामिल हैं जो अगले सप्ताह मंगलवार को होने वाली देशव्यापी वोटिंग से पहले मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं या कर चुके हैं। अमेरिका में 5 नवंबर को मतदान है। 

मतदान के दौरान राष्ट्रपति बाइडेन। / Reuters

प्रारंभिक मतदान प्रक्रिया के दौरान अपना वोट डालकर राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि इस चुनाव में बहुत कुछ दांव पर है इसलिए मताधिकार का इस्तेमाल करें। मतदान करने के बाद बाइडेन ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि उन्हें कमला हैरिस, टिम वाल्ज, लिसा रोचेस्टर और अन्य डेमोक्रेट्स के लिए अपना वोट देने पर गर्व है। 

2 करोड़ अमेरिकी कर चुके हैं वोट
अमेरिका में प्रारंभिक मतदान प्रक्रिया के तहत अब तक करीब दो करोड़ लोग वोट दे चुके हैं। बाइडेन ने डेलावेयर, न्यू कैसल क्षेत्र में मतदान करने के बाद पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं का स्वागत किया और उन्हें वोट देने के लिए उत्साहित किया। इस दौरान उन्होंने कुछ युवा मतदाताओं के साथ फोटों भी खिंचवाई। 

जुलाई में आया था दिलचस्प मोड़
बीते जुलाई माह में अमेरिकी चुनाव में उस समय दिलचस्प मोड़ आया जब दूसरी बार राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल बाइडेन उम्र के चलते मुकाबले से पीछे हट गये और अपनी जगह कमला हैरिस को आगे कर दिया। हैरिस के आने के बाद चुनावी स्पर्धा न केवल रोचक हो गई बल्कि इससे कमजोर प्रतीत हो रहा डेमोक्रेटिक अभियान भी उठ खड़ा हुआ। हैरिस की चुनाव में दस्तक से दक्षिण एशियाई मूल के लोगों में भी उनके लिए समर्थन की बयार चली। 

एक और इतिहास की ओर 
2024 के शीर्ष पद के चुनाव में हैरिस का डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनना खुद में एक इतिहास है लेकिन अगर वह चुनाव जीत जाती हैं तो एक नया इतिहास बनेगा। यदि हैरिस ने अपने प्रतिद्वंद्वी और पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प को शिकस्त दे दी तो यह ऐतिहासिक रूप से बड़ी जीत होगी। वैसे, मुकाबला बहुत करीबी और कांटे का है।  
 

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

Related