प्रमिला जयपाल, कांग्रेस सदस्य मेडेलीन डीन और 55 अन्य अमेरिकी हाउस डेमोक्रेट्स ने इजरायल के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने राष्ट्रपति बाइडन से दक्षिणी गाजा पट्टी के एक शहर रफाह (Rafah) पर संभावित इजरायली हमले को रोकने के लिए कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि रफाह में वर्तमान में दस लाख से अधिक विस्थापित फिलिस्तीनी रहते हैं। इस हमले से उनकी जिंदगी तबाह हो जाएगी।
राष्ट्रपति बाइडन को संबोधित एक पत्र में जयपाल (डी-वॉश), मेडेलीन डीन (डी-पीए) और उनके सहयोगियों ने गहरी चिंता व्यक्त की। उनका कहना है कि आने वाले दिनों में इजरायल द्वारा रफाह में होने वाला आक्रामक अभियान पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने इस सैन्य अभियान से इजरायल को रोकने के प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।
पत्र में कहा गया है कि हम आपसे आग्रह करते हैं कि आप रफाह पर हमले के लिए इस्तेमाल किए जा सकने वाले कुछ आक्रामक हथियारों या अन्य सैन्य समर्थन को रोककर अमेरिकी कानून और नीति को लागू करें। डेमोक्रेट्स सदस्यों का कहना है कि इन हथियारों का इस्तेमाल रफाह पर हमले में किया जा सकता है।
पत्र में हाल के संघर्षों के कारण रफाह में गंभीर परिस्थितियों के बारे में जिक्र किया गया है। पत्र में लिखा गा है कि रफाह में कई परिवार अपर्याप्त आश्रय के कारण सड़कों पर रहने के लिए मजबूर हैं। ध्वस्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे, सीवेज ओवरफ्लो और आवश्यक संसाधनों की कमी के कारण गंभीर कुपोषण और बीमारियों का प्रसार हुआ है।
पत्र में रफाह पर 20 अप्रैल को इजराइली हमले का जिक्र किया गया है। पत्र में लिखा गया है कि इस हमले में 14 बच्चों सहित 18 लोग मारे गए थे। सांसदों ने रफाह को लेकर चिंता का इजहार किया है।सांसदों ने इस क्षेत्र में इजरायल और अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हाल के ड्रोन और मिसाइल हमलों का हवाला देते हुए कहा कि यह इजरायल और अमेरिकी दोनों के रणनीतिक हितों को कमजोर करेगा।
उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के आक्रमण से संघर्ष बढ़ सकता है। इस क्षेत्र को व्यापक युद्ध की ओर धकेल सकता है। यह न तो इजरायल और न ही संयुक्त राज्य अमेरिका झेल सकता है। इसलिए पत्र में रफाह में नागरिकों की रक्षा के लिए इजरायल को सहायता रोकने का आह्वान किया गया है। इसके अलावा कहा गया है कि डेमोक्रेट एक स्थायी युद्ध विराम के निरंतर प्रयासों की वकालत करते हैं, जो बंधकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करता है। मानवीय सहायता को फिर से शुरू करता है।
पत्र में बाइडन के हाल ही में एक विदेशी सहायता पैकेज पर हस्ताक्षर करने का भी जिक्र है। इसके तहत इजरायल को 26 बिलियन डॉलर का आवंटन किया गया। इस कांग्रेस में द्विदलीय समर्थन मिला। जयपाल और तीन दर्जन अन्य डेमोक्रेट ने Israel Security Supplemental Appropriations Act का विरोध किया। इसके साथ ही लोगों के जीवन पर अधिक आक्रामक हथियारों की सप्लाई के संभावित परिणाम पर चिंता व्यक्त की।
पिछले महीने एक संयुक्त बयान में जयपाल और उनके 18 सहयोगियों ने इस सहायता को लेकर अपना विरोध जताया था। उनका कहना था कि इससे रफाह और अन्य जगहों पर नागरिक हताहत हो सकते हैं। उन्होंने इजरायल की सुरक्षा की कीमत पर राजनीतिक लाभ के लिए संघर्ष को बढ़ाने की इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की इच्छा के बारे में चिंता व्यक्त की। डेमोक्रेट्स ने रफाह और व्यापक गाजा क्षेत्र में नागरिक जीवन को खतरे में डाले बिना संघर्ष को हल करने के लिए वैकल्पिक रास्तों की तलाश करने की जरूरत पर जोर दिया।
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