भारतीय मूल की अमेरिकी रिप्रजेंटेटिव प्रमिला जयपाल और कई अन्य सांसदों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन से लंबे समय से अमेरिका में रह रहे गैर-दस्तावेजी अप्रवासियों के हितों की सुरक्षा करने का आह्वान किया है।
प्रमिला जयपाल के अलावा ये मांग करने वाले सीनेटर में एलेक्स पाडिला, डिक डर्बिन, कोरी बुकर, कैथरीन कॉर्टेज़ मास्टो, बेन रे लुजान, एडवर्ड जे. मार्के और प्रतिनिधि नैनेट बैरागन के साथ शामिल हैं। इन्होंने अप्रवासियों की ऐसी आवाज उठा रहे संगठन FWD.us, अमेरिकन फैमिलीज यूनाइटेड, UnidosUS और CASA आदि का समर्थन किया है।
Imagine loving someone, marrying them, and raising a family with them — but knowing they could be deported at any time. That simply isn’t right.
— Rep. Pramila Jayapal (@RepJayapal) May 12, 2024
I was proud to join my colleagues in calling on the administration to take action to protect American families and keep them together. pic.twitter.com/7zXTXBfjaf
संसद सदस्यों और पैरोकारी संगठनों ने बाइडन प्रशासन से मांग की है कि वे ऐसे अनडॉक्युमेंटेड अप्रवासियों की सुरक्षा एवं सहायता संबंधी उपायों पर तुरंत कदम उठाए, जो कई वर्षों से अमेरिका में रह रहे हैं और उन्होंने अपने समुदायों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इन लोगों की प्रमुख मांगों में ऐसे अप्रवासियों के लिए टेंपरेरी प्रोटेक्टेट स्टेटस (टीपीएस) का विस्तार करना और अमेरिकी नागरिकों के अनिर्दिष्ट जीवनसाथी, परिजन, देखभालकर्ताओं और अन्य दीर्घकालिक निवासियों के लिए कानूनी राह सरल बनाना शामिल है।
प्रमिला जयपाल ने प्रेस रिलीज में कहा कि मुझे आप्रवासी होने पर गर्व है। मैं अमेरिकी कांग्रेस में सेवाएं देने वाले दो दर्जन अप्रवासियों में से एक हूं। मैं जानती हूं कि अमेरिका अप्रवासी परिवारों की रचनात्मकता, प्रेरणा और कड़ी मेहनत की सराहना करता है। इस बात को अधिकांश अमेरिकी भी समझते हैं।
उन्होंने कहा कि अप्रवासियों को लेकर कठोर नीतियां जो कि परिवारों को अलग थलग कर देती हैं, कभी कामयाब नहीं हो सकती। बाइडेन प्रशासन की सबसे बड़ी कामयाबी कानूनी अधिकारों का उपयोग करने में रही हैं। हम आज जो मांग उठा रहे हैं, उसके जरिए कानूनी राह को आसान बनाया जा सकता है। इस तरह अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे सकते हैं, अपने समुदायों को समृद्ध बना सकते हैं और अमेरिकी परिवारों का जीवन बेहतर बना सकते हैं।
गौरतलब है कि पिछले महीने की शुरुआत में राष्ट्रपति बाइडेन ने घोषणा की थी कि व्हाइट हाउस अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले ऐसे प्रवासियों को अस्थायी कानूनी दर्जा और वर्क परमिट देने के विकल्पों पर विचार कर रहा है, जिनकी शादी अमेरिकी नागरिकों से हुई है।
अमेरिका में इस साल होने वाले चुनावों में इमिग्रेशन एक बड़ा मुद्दा बन गया है, खासकर रिपब्लिकन वोटरों के बीच इस पर खासी चर्चा हो रही है। बाइडेन की उदार आव्रजन नीतियों की रिपब्लिकन पार्टी के नेता व पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आलोचना कर रहे हैं और अवैध अप्रवासियों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login