मार्च के महीने में एक बार फिर से उत्तराखंड के ऋषिकेश में योग की गंगा बहेगी। दुनिया भर के योग प्रेमियों का यहां जुटान होने वाला है। ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन आश्रम में 8 से 14 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन को लेकर तैयारी चल रही है। यह योग के वास्तविक सार को जश्न मनाने और उन्हें जानने का उत्सव है। यह वैश्विक योग परंपराओं के साथ प्राचीन भारतीय प्रथाओं को जोड़ता है।
इस महोत्सव में सबसे खास 70 घंटे का योग अभ्यास है। इस दौरान कुंडलिनी, पावर, विन्यास, आयंगर और क्रिया योग सहित विभिन्न विषयों में योग शिक्षकों के नेतृत्व में योग कक्षाएं ली जाएंगे। इस समृद्ध अनुभव को आध्यात्मिक गुरुओं द्वारा और ऊंचे मुकाम पर ले जाया जाएगा।
ऐसे में अगर आप इस महोत्सव में शामिल होते हैं तो आपको विश्व स्तरीय शिक्षकों से 70 घंटे से अधिक योग अभ्यास करने का मौका मिलेगा। महोत्सव में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय शिक्षकों द्वारा योग के विभिन्न पहलुओं पर वर्कशॉप का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें आपको योग दर्शन के अकैडमिक सार को जानने का मौका मिलेगा।
इसके अलावा आपको भारत की सांस्कृतिक गतिविधियों से भी जुड़ने और इन्हें करीब से जानने का अवसर मिलेगा। तो इस तरह आपको गंगा आरती, सांस्कृतिक प्रदर्शन, भारतीय शास्त्रीय नृत्य, संगीत का आनंद लेने का मौका मिलेगा। आध्यात्मिक प्रवचन का लाभ भी यहां मिलने वाला है। महोत्सव के दौरान सत्संग और आध्यात्मिक गुरुओं और योगाचार्यों की शिक्षाओं से सीखने का एक अनूठा अवसर है।
इन कार्यक्रमों का मकसद ये है कि आप यहां न केवल योग का अभ्यास करें, बल्कि इसके आध्यात्मिक आयामों को भी जानें और सबके साथ मिलकर इसका जश्न मनाएं। गंगा के किनारे महोत्सव का स्थल एक शांत और पवित्र वातावरण प्रदान करता है, जो हिमालय की प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है। परमार्थ निकेतन का यह स्थान योग और ध्यान के लिए एक आदर्श पृष्ठभूमि प्रदान करता है। यहां आप कार, ट्रेन, हवाई और टैक्सी से पहुंच सकते हैं।
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