इंडियन्स फॉर कलेक्टिव एक्शंस (ICA) ने अपना वार्षिक समारोह उत्साह के साथ मनाया। समारोह के दौरान भारत में मानवीय सहायता के समर्थन और सामूहिक कार्य का जश्न मनाने के लिए 250 से अधिक उत्साही लोगों को एक छत के नीचे एकत्र किया गया था। समारोह का थीम था- एक स्वस्थ संसार की दिशा में परिवर्तन।
सम्मानित अतिथि डॉ. आशीष सातव और डॉ. कविता सातव ने ग्रामीण भारतीय समुदायों में जनजातीय स्वास्थ्य का समर्थन करने वाले अपने उल्लेखनीय कार्यों के माध्यम से कार्यक्रम के विषय का उदाहरण दिया। दंपती ने कई प्रेरक कहानियां साझा कीं और बताया कि वे एक ट्रस्ट के माध्यम से दूरदराज के इलाकों में कैसे काम करते हैं। ट्रस्ट एक गैर-लाभकारी संगठन है जो वंचित लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा पहुंच और परिणामों में सुधार के लिए समर्पित है।
कार्यक्रम में डॉ. के. श्रीकर रेड्डी ने मुख्य भाषण दिया। डॉ. रेड्डी ने हाशिए पर मौजूद भारतीय आबादी तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच का विस्तार करने के अपने प्रयासों के बारे में उत्साहपूर्वक बात की। उनके अलावा प्रसिद्ध उद्यमी और परोपकारी सर माइकल मोरित्ज ने अपने करियर और क्रैंकस्टार्ट (एक गैर-लाभकारी संगठन) के बारे में एक अहम बातें कीं। संगठन सैन फ्रांसिस्को में वंचित लोगों के उत्थान को लेकर प्रयासरत है।
शाम के मुख्य आकर्षणों में से एक ICA के अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल द्वारा ICA के 10 मिलियन डॉलर के अभूतपूर्व फंड की घोषणा थी जो भारत में मानवीय सहायता प्रदान करने और समुदायों को सशक्त बनाने के संगठन के मिशन को आगे बढ़ाएगा। यूथ लीड कार्यक्रम के छात्रों ने भी शिक्षा, स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए अपनी अभिनव पहल को साझा किया।
ICA मार्केटिंग चेयर नमिता मंदर द्वारा संचालित एक विचारोत्तेजक पैनल चर्चा में तीन प्रतिष्ठित महिलाएं शामिल थीं जिन्होंने एआई, चिकित्सा और पारिवारिक चिकित्सा के अपने-अपने क्षेत्रों में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में बात की। शाम का समापन कार्यक्रम मनमोहक कथक नृत्य प्रस्तुतियों के साथ हुआ जिसने भारतीय संस्कृति का जश्न मनाते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
एक उपलब्धि यह भी रही कि कुछ ही घंटों में ICA ने अपने समर्थकों की उदारता और प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए 150,000 डॉलर से अधिक राशि जुटा ली। ICA वार्षिक कार्यक्रम निस्संदेह एक यादगार शाम थी जिसने उपस्थित लोगों को दूसरों के जीवन में बदलाव जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login