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भारत के ग्रामीण इलाकों में सेहत संवार रहा ICA, वार्षिकोत्सव में मिली सराहना

बताया गया कि 1997 में जब डॉक्टरों ने महान अभियान शुरू किया था, तब से गोद लिए गए गांवों में कुपोषण और कुपोषण के कारण होने वाली मृत्यु में 63% तक की कमी आई है। विभिन्न प्रोजेक्टों के जरिए 5 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिला है।

बे एरिया की संस्था इंडियन्स फॉर कलेक्टिव एक्शन (ICA) ने हाल ही में अपना वार्षिकोत्सव मनाया। / Image : Ritu Marwah

इंडियन्स फॉर कलेक्टिव एक्शन (ICA) ने हाल ही में पालो ऑल्टो के क्राउन प्लाजा होटल में अपना वार्षिकोत्सव मनाया। इसमें MAHAN ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. आशीष और कविता सातव सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए। 

वॉलंटियर और दानदाता शर्मिला कुमार ने कहा कि कलेक्टिव एक्शन वंचित नागरिकों के स्वास्थ्य सेवा समेत अन्य क्षेत्रों में गहरी छाप छोड़ रहा है। आईसीए की कार्यकारी समिति की स्वयंसेवी और कंटेंट चेयर मयूरांकी अलमौला ने कहा कि आईसीए ने कई वर्षों से हेल्थकेयर को सपोर्ट करता रहा है। उसका फोकस भारत में महिलाओं की समस्याओं को लेकर ज्यादा रहा है। आईसीए ने गुजरात में भरूच के पास झागडिया जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में भी कई गैर-लाभकारी संस्थाओं के साथ काम किया है। हमने भी स्वच्छता समेत कई समस्याओं के समाधान में मिलकर काम किया है। 

डॉ. आशीष और कविता सातव भारत के मालघाट में रहकर अपना काम करते हैं। यह ऐसा क्षेत्र है, जिसे भारत के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक माना जाता है। यहां शिशु मृत्यु दर और कुपोषण बहुत अधिक है। बताया गया कि 1997 में जब डॉक्टरों ने महान अभियान शुरू किया था, तब से गोद लिए गए गांवों में कुपोषण और कुपोषण के कारण होने वाली मृत्यु में 63% तक की कमी आई है। विभिन्न प्रोजेक्टों के जरिए 5 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिला है। इसे देखते हुए सरकार की नीतियों में भी बदलाव आया है।  अलमौला ने बताया कि डॉ. आशीष और कविता सातव 24 घंटे सक्रिय रहने वाला अस्पताल चलाते हैं। वहां छोटा आईसीयू भी है। चार अन्य डॉक्टर हैं जो उनके साथ 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं। यह जीवन भर की अद्भुत प्रतिबद्धता है।

कार्यक्रम में वक्ताओं ने आईसीए के कार्यों की सराहना की। / Images : Ritu Marwah

सैन फ्रांसिस्को में भारतीय महावाणिज्य दूत डॉ के. श्रीकांत रेड्डी ने इस अवसर पर डॉक्टरों के साथ-साथ आईसीए के कार्यों की सराहना की। उन्होंने भारत सरकार की आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के बारे में बताया जो गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करती है। 

उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत करोड़ों लोगों को लाभ मिला है। हाल ही में नरेंद्र मोदी सरकार ने 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना के दायरे में शामिल किया है, चाहे उनकी आय कुछ भी हो।

कार्यक्रम के दौरान सैन जोस स्टेट यूनिवर्सिटी के हेल्थ कम्युनिटी क्लिनिक में SELPA  कोऑर्डिनेटर व सलाहकार बोर्ड मेंबर नमिता मौंडर, स्टैनफोर्ड मेडिसिन में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ निवेदिता मोरे, परिवार एवं विवाह थेरेपिस्ट सुषमा त्रिवेदी और फार्मा इंफ्लुएंसर दिव्या येरागुंतला ने राउंडटेबल परिचर्चा की। 

आईसीए भारत और अमेरिका में 75 से अधिक गैर-लाभकारी संगठनों के साथ काम करता है। आईसीए के प्रेसिडेंट प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि ये पर्यावरण, शिक्षा, लैंगिक समानता, और इनकम जेनरेशन आदि क्षेत्रों में सक्रिय हैं। 

कार्यक्रम में डॉ. कविता सातव और आशीष सातव ने भारत के ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा से संबंधित चुनौतियों को रेखांकित करते हुए अपने कार्यों के बारे में बताया। इस दौरान जर्नलिस्ट, वेंचर कैपिटलिस्ट और परोपकारी माइकल मोरित्ज़ ने इस रोमांचक आयोजन के लिए आईसीए की सराहना की। समारोह के दौरान तरंगनी स्कूल द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति भी दी गई। 

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