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ईरानी कब्जे से छूटी भारतीय डेक कैडेट की घरवापसी, जयशंकर बोले- मोदी की गारंटी...

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान द्वारा पकड़े गए जहाज पर कैद कैडेट की वापसी में ईरान स्थित भारतीय दूतावास के सहयोग की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि मोदी की गारंटी घर ही नहीं, बाहर भी हमेशा पूरी होती है।

भारतीय डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ केरल के त्रिशूर की रहने वाली हैं। / X -@MEAIndia

इजराइल के साथ तनाव के बीच ईरान द्वारा पकड़े गए जहाज पर मौजूद एक भारतीय डेक कैडेट की सुरक्षित घरवापसी हो गई है। डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ गुरुवार को भारत के कोचीन लौट आईं। वह कंटेनर जहाज एमएससी एरीज पर पकड़े गए भारतीयों में से एक थीं।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कैडेट की वापसी में ईरान स्थित भारतीय दूतावास की तारीफ की और कहा कि यह दिखाता है कि मोदी की गारंटी घर ही नहीं, बाहर भी हमेशा पूरी होती है। एक्स पर पोस्ट मैसेज में जयशंकर ने कहा कि ईरान स्थित भारतीय मिशन ने बहुत अच्छा काम किया है। एन टेसा जोसेफ की घरवापसी हो गई है।



बता दें कि जहाज पर मौजूद भारतीयों की सुरक्षित रिहाई के लिए विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने ईरानी समकक्ष अमीर अब्दुल्लाहियान के साथ चर्चा की थी। इस दौरान स्थिति को हल करने के महत्व को रेखांकित किया गया था। इसी के बाद ईरानी सरकार के सहयोग से कैडेट की रिहाई हुई है।

एन टेसा जोसेफ केरल के त्रिशूर की रहने वाली हैं। कोचीन पहुंचने पर क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की। भारतीय चालक दल के सुरक्षित होने का आश्वासन देते हुए अधिकारियों ने बताया कि उन सभी का स्वास्थ्य अच्छा है और वे भारत में अपने परिवारीजनों के संपर्क में हैं। 

भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारतीय चालक दल के बाकी 16 सदस्य अब भी ईरान के कब्जे वाले जहाज एमएससी एरीज पर मौजूद हैं। उनके साथ संचार संपर्क बना हुआ है। तेहरान स्थित भारतीय मिशन उनकी रिहाई के लिए भी सक्रियता से प्रयास कर रहा है। 

बता दें कि वाणिज्यिक जहाज एमएससी एरीज को ईरान और इजरायल के बीच तनाव के बीच ईरानी विशेष बलों ने जब्त कर लिया है। इस पर सवार चालक दल के 25 सदस्यों में से 17 भारतीय हैं। इनको बंदी बना लिया गया है। 

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