कनाडा के ओंटारियो में 29 अप्रैल को हाईवे 401 व्हिटबी सड़क दुर्घटना में एक 21 वर्षीय भारतीय मूल का लुटेरा शामिल था। इस हादसे में भारत से यात्रा पर आये एक बुजुर्ग दंपती और उनके पोते की जान चली गई थी।
दुर्घटना में दक्षिण भारतीय शहर चेन्नई के मणिवन्नन श्रीनिवासपिल्लई (60), महालक्ष्मी अनंतकृष्णन (55) और उनके तीन महीने के पोते आदित्य विवान की मौत हो गई थी। नवजात के माता-पिता गोकुलनाथ मणिवन्नन और अश्विता जवाहर भी दुर्घटना में घायल हो गए थे लेकिन सौभाग्य से बच गए।
बताया जाता है कि ओंटारियो में हादसा तब हुआ जब पुलिस क्लेरिंगटन नगर पालिका में स्थित बोमनविले, ओंटारियो में एक शराब की दुकान में डकैती के आरोपियों का पीछा कर रही थी। गगनदीप सिंह चोरी के तीन और डकैती से संबंधित एक आरोप का सामना कर रहा था। वह यू-हॉल ट्रक चला रहा था जो बहु-वाहन टक्कर में शामिल था। सिंह पुलिस से पीछा छुड़ाकर भागने की कोशिश करते हुए तेज गति से गाड़ी चला रहा था और गलत दिशा में गाड़ी चला रहा था। बाद में उसे दुर्घटना स्थल पर मृत घोषित कर दिया गया।
मालवाहक ट्रक में एक अन्य पुरुष यात्री मनप्रीत गिल (38) भी था जिसे गंभीर चोटों के कारण अस्पताल ले जाया गया। बाद में संघीय कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे ने कहा कि टोरंटो में एक मजबूत जमानत प्रणाली से मौतों को रोका जा सकता था। हालांकि टोरंटो आपराधिक बचाव वकील डैनियल ब्राउन ने कहा कि सिंह की जमानत पर रिहाई उसके 'अपेक्षाकृत छोटे' अपराधों को देखते हुए आश्चर्यजनक नहीं थी।
इस बीच 8 मई को नवजात का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बच्चे के पिता गोकुलनाथ ने हताशा भरी स्थिति में भावुक बयान दिया है।
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