ड्यूक ऑफ ससेक्स प्रिंस ऑफ वेल्स और प्रिंस हैरी ने दुनिया भर के बीस युवाओं को द लिगेसी अवॉर्ड से सम्मानित किया और उनसे मुलाकात की। यह अवॉर्ड लेडी डायना, वेल्स की दिवंगत राजकुमारी की याद में स्थापित किया गया है। चैरिटी संस्था ने कहा कि सम्मान के लिए चुने गए सभी पुरस्कार विजेताओं का समाज जीवन में अहम योगदान है। पुरस्कार समारोह 14 मार्च को लंदन में हुआ था।
भारतीय मूल की 17 साल की छात्रा नेत्र वेंकटेश सम्मान सूची में भारतीय मूल की आप्रावासियों की एकमात्र प्रतिनिधि थीं। अपनी गैर-लाभकारी संस्था SpunkGo के माध्यम से किए गए उनके काम ने उन्हें यह पुरस्कार हासिल करने में मदद की। नेत्र की कंपनी एशिया और अफ्रीका की लड़कियों को शिक्षित और सशक्त बनाने के मिशन में जुटी है।
@DianaAward की तरफ से एक्स पर पोस्ट कर बताया गया है कि वेल्स की दिवंगत राजकुमारी डायना का मानना था कि युवा लोगों में दुनिया को बदलने की शक्ति होती है। हम 20 युवा सामाजिक कार्यकर्ताओं को द लिगेसी अवॉर्ड से सम्मानित करके #DianasLegacy जारी रखते हैं।
नेत्र वेंकटेश दुबई इंटरनेशनल एकेडमी में पढ़ने वाली हाई स्कूल की छात्रा हैं। वह सितंबर 2024 में ग्रेजुएट होंगी। उन्होंने गैर-लाभकारी संस्था SpunkGo के अलावा दो कमर्शियल वेंचर शुरू किए हैं। नेत्र का कहना है कि द प्रिंस ऑफ वेल्स से डायना लिगेसी अवॉर्ड प्राप्त करना एक सम्मान की बात है। SpunkGo की लड़कियों को इससे अधिक ताकत मिलेगी।
यह दूसरी बार है जब उन्हें डायना पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इससे पहले 2022 में उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया था। उन्होंने जॉर्ज डब्ल्यू बुश पॉइंट्स ऑफ लाइट 2022 इंस्पिरेशनल ऑनर रोल में भी भाग लिया है। कैनन यूथ चैंपियन अवॉर्ड 2022 जीता है और 2023 RISE चैलेंज के लिए ग्लोबल फाइनलिस्ट में वह शामिल थीं।
नेत्र वेंकटेश ने अपनी संस्था SpunkGo की स्थापना 2020 में की थी। यह 20 से अधिक देशों की 5,000 से अधिक युवा लड़कियों को जीवन के सभी क्षेत्रों से एक सामुदायिक मंच पर लाता है। जिसका उद्देश्य लड़कियों की बेहतरी के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करना है।
उनकी संस्था दुनिया भर में लड़कियों के साथ नॉलेज साझा करती है। इसके लिए एक्सपर्ट की तरफ से फ्री लाइफ स्किल वेबिनार का आयोजन किया जाता है। जिससे लड़कियों का व्यक्तिगत विकास हो और उन्हें विश्व स्तर पर सीखने और नेटवर्क बनाने के अवसर मिल सके। SpunkGo ने नेत्र को मिले इस सम्मान को सभी लड़कियों के लिए गर्व का क्षण बताया।
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