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भारतीय मूल की उद्यमी डिप उद्योग में लाएंगी क्रांति, ऐसे बनाईं राहें...

वह कहती हैं कि अमेरिकी उपभोक्ता डिप्स को स्नैकिंग उत्पाद के रूप में पसंद करते हैं और भारत में रोटी और नान जैसी फ्लैटब्रेड खाने के लिए 'डुबकी' लगाना एक पसंदीदा विकल्प है।

निरामया की ओर खेड़ा की यात्रा एक महत्वपूर्ण पल से शुरू हुई। / Image : NIA

भारतीय मूल की महिला और ग्रीन्सबोरो में उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा महक खेड़ा अपनी 'निरामया' लाइन ऑफ डिप्स के माध्यम से अपनी विरासत के समृद्ध स्वादों को अमेरिकी टेबल पर लाने के मिशन पर हैं।

अपनी परदादी के आशीर्वाद से प्राप्त एक संस्कृत उक्ति (सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः) के एक शब्द से प्रेरित होकर खेड़ा ने अपने उद्यम का नाम 'निरामया' रखा। निरामया का अर्थ निरोगी होता है। महक बताती हैं कि यह लोकाचार उनके और उनके ग्राहकों दोनों के लिए उनकी आकांक्षाओं का प्रतीक है।

निरामया की ओर खेड़ा की यात्रा एक महत्वपूर्ण पल से शुरू हुई जब खेड़ा को ऑटोइम्यून स्थितियों सहित कई स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इससे महक अपनी जीवनशैली के बारे में फिर से सोचने पर विवश हुईं। यह स्वास्थ्य परेशानी महक के लिए एक तरह का वेक-अप कॉल भी था। इसी के बाद उन्होंने अपने उद्यम के लिए आधार तैयार करते हुए न्यूयॉर्क स्थित एक ऑनलाइन संस्थान के माध्यम से स्नातकोत्तर पोषण प्रमाणपत्र हासिल किया।

यूएनसीजी की ओर से मीडिया के लिए जारी एक जानकारी के अनुसार महक ने कहा कि मुझमें कुछ ऑटोइम्यून स्थितियां और साथ ही कुछ पुरानी बीमारियां विकसित हो गई थीं और मैं एक दिन लॉस एंजिलिस हवाई अड्डे पर गिर पड़ी। यह मेरे लिए अपनी बेहतर देखभाल करने के लिए एक चेतावनी थी। मुझे अहसास हुआ कि मैं भारत में अपने घर में जो कुछ खाकर बड़ी हुई वह कितना पौष्टिक था। मैंने कभी इसके बारे में सोचा ही नहीं था क्योंकि वह बहुत स्वादिष्ट था। 

खाद्य उद्योग की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए खेड़ा निरामया के माध्यम से दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने के अपने मिशन में दृढ़ हैं। वह अपने शाकाहारी, ग्लूटेन-मुक्त और तेल-मुक्त डिप्स की विविधतापूर्ण गुणवत्ता को रेखांकित करती है जो विभिन्न पाक अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त शकरकंद, टमाटर, प्याज, लहसुन, पालक और बीट्स सहित पौष्टिक सामग्री के मिश्रण से तैयार किया गया है।

वह कहती हैं कि अमेरिकी उपभोक्ता डिप्स को स्नैकिंग उत्पाद के रूप में पसंद करते हैं और भारत में रोटी और नान जैसी फ्लैटब्रेड खाने के लिए 'डुबकी' लगाना एक पसंदीदा विकल्प है। निरामया के शाकाहारी ग्लूटेन-मुक्त और तेल-मुक्त डिप्स शकरकंद, टमाटर, प्याज, लहसुन, पालक, चुकंदर और अन्य पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों से बनाए जाते हैं। इन्हें मैरिनेड के रूप में डिपिंग सॉस के रूप में या आपके पसंदीदा कटोरे में टॉपिंग के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

शुरुआत में स्प्राउट्स फार्मर्स मार्केट्स में उपलब्ध खेड़ा के स्वादिष्ट डिप्स सेफवे, वॉन्स, ज्वेल-ओस्को और शॉज सहित देश भर में 900 अल्बर्टसन कंपनियों के किराना स्टोरों में उपलब्ध हैं। 
 

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