भारतीय मूल के अमेरिकी विनोद खोसला ने एलन मस्क द्वारा चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई के खिलाफ केस दायर करने पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने इसकी तुलना खट्टे अंगूर से करते हुए कहा कि टेस्ला के मालिक मस्क आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में कदम रखने के लिए काफी लेट हो चुके हैं। इस पर एलन मस्क ने भी जवाब दिया है।
ओपनएआई अभी भी गैर लाभकारी कंपनी की तरह काम करती है। एलन मस्क ने उसे सबसे ज्यादा दान दिया है। वहीं विनोद खोसला ओपनएआई में निवेश करने वाले पहले वेंचर कैपिटलिस्ट हैं। ओपनएआई जब 2019 में नॉन प्रॉफिट से प्राइवेट कंपनी बनी थी, तब खोसला ने उसमें रकम लगाई थी।
बता दें कि एलन मस्क ने ओपनएआई और उसके सीईओ सैम ऑल्टमैन पर कंपनी के उद्देश्य से भटकने और धोखा देने का आरोप लगाते हुए सैन फ्रांसिस्को में कैलीफोर्निया के सुपीरियर कोर्ट में केस दायर किया है। उनका आरोप है कि ओपनएआई मानवता की भलाई से ज्यादा मुनाफा कमाने पर ध्यान दे रही है।
मस्क ने सैम ऑल्टमैन और सह संस्थापक ग्रेग ब्रॉकरमैन पर कॉन्ट्रैक्ट की शर्तें तोड़ने का भी आरोप लगाया है। उनका दावा है कि इन दोनों ने उनसे ओपनएआई को एक ओपन सोर्स, नॉन प्रॉफिट कंपनी बनाने का वादा करके फंड मांगा था, लेकिन अब कंपनी का ध्यान पैसा कमाने पर ज्यादा हो गया है।
भारतीय अमेरिकी अरबपति विनोद खोसला ने एक्स पर पोस्ट करके एलन मस्क की आलोचना की है। उन्होंने लिखा है कि ओपनएआई पर मुकदमा दायर करना एलन मस्क के लिए अंगूर खट्टे होने के बराबर है। एक तो (आर्टिफिशल इंटेलिजेंस में) उन्होंने देरी से शुरूआत की, वह इसके प्रति समर्पित नहीं रहे और अब प्रतिद्वंदी बनने का प्रयास कर रहे हैं।
खोसला ने आगे कहा कि एलन मस्क खुद कहते हैं कि अगर आप इनोवेशन नहीं कर सकते, मुकदमा नहीं लड़ सकते तो इसी वजह से हम यहां पर हैं। अब एलन को उसी पुराने मकसद को हासिल करने के लिए प्रयास करना पड़ रहा है।
विनोद खोसला के इस ट्वीट का एलन मस्क ने एक्स पर ही जवाब दिया है। टेस्ला के मालिक मस्क ने लिखा कि विनोद को पता ही नहीं है कि वो यहां पर क्या बात कर रहे हैं।
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