बेरिल तूफान ने टेक्सास खासकर ह्यूस्टन और उसके आसपास के इलाकों में भारी तबाही मचाई है। 80 से 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज हवाओं ने संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया है। बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर पर असर की वजह से 20 लाख से अधिक लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। जुलाई की भीषण गर्मी में गुल हुई बिजली ने भारी परेशानी पैदा कर दी है। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और कनेक्टिविटी बहाल करने में कई दिन लगने के आसार हैं।
इस मुश्किल वक्त में ह्यूस्टन का भारतीय समुदाय उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है। वे न केवल अपने साथी भारतीयों की बल्कि अमेरिकियों की भी दिल खोलकर मदद कर रहे हैं। बेरिल को देखते हुए सेवा इंटरनेशनल ने सबसे पहले राहत अभियान शुरू किया। तूफान आने से पहले ही संगठन ने तैयारी शुरू कर दी थी। तूफान से तबाही के बाद सेवा इंटरनेशनल ने क्षेत्रीय संगठनों, अधिकारियों और नागरिकों के साथ तेजी से समन्वय करके एक हेल्पलाइन स्थापित की और तत्काल राहत के लिए संसाधन जुटाए। कई प्रभावित क्षेत्रों में पानी पहुंचाया। रेड क्रॉस के सहयोग से 200 से अधिक डिनर पैक वितरित किए।
बीएपीएस चैरिटीज के स्वयंसेवक फोर्ट बेंड काउंटी के तूफान प्रभावित क्षेत्र में लोगों की सेवा के लिए एकजुट हुए। गर्म भोजन की जरूरत को देखते हुए उन्होंने फोर्ट बेंड इमरजेंसी रिस्पांस सेंटरों में गर्म पिज्जा वितरित किया। ह्यूस्टन, टेक्सास के बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर में 600 से अधिक लोगों को दोपहर और रात के भोजन में गर्म दाल, चावल, रोटी और पास्ता परोसा गया। जनरेटर से एसी चलाकर लोगों को राहत दी जा रही है। वॉलंटियर जलाधि पटेल ने कहा कि हम सभी निवासियों और अधिकारियों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और तूफान के बाद हालात को पटरी पर लाने में सहयोग कर रहे हैं।
इस्कॉन ह्यूस्टन ने भी तूफान पीड़ितों की मदद की। गोविंदा रेस्तरां के जरिए इस्कॉन ने सोमवार और मंगलवार को 300 से अधिक लोगों को मुफ्त शाकाहारी भोजन परोसा। बिजली गुल होने के बावजूद जनरेटर चलाकर लोगों को गर्मी से राहत दी जा रही है। पीड़ितों की मदद के लिए सुबह 4:30 बजे से रात 9:30 बजे तक इस्कॉन ने अपने दरवाजे खोल दिए हैं।
वडताल धाम ह्यूस्टन एसवीजी चैरिटी ने जेनरेटर के सहारे बिजली की व्यवस्था करके जरूरतमंद लोगों को शाकाहारी टिफिन सेवा और रात्रिभोज उपलब्ध कराया। उनके सहयोग ने सुनिश्चित किया कि इस संकट के दौरान लोगों को पौष्टिक भोजन मिल सके ताकि तूफान से प्रभावित परिवारों की मदद हो पाए।
बिजली और कनेक्टिविटी की जरूरत को समझते हुए वीपीएसएस ने वल्लभ हॉल को दोपहर से रात 8:00 बजे तक खोल दिया है। यहां लोग बिजली, इंटरनेट के साथ एसी में राहत ले सकते हैं। वीपीएसएस ने शाम 6:00 बजे सात्विक रात्रिभोज का भी आयोजन किया ताकि शरण लेने वाले सभी लोगों को पौष्टिक भोजन मिल सके।
हिंदूज ऑफ ग्रेटर ह्यूस्टन के वाइस प्रेसिडेंट हेमंत जाधव ने सभी मंदिरों और संगठनों के साथ समन्वय करते हुए नागरिकों की मदद के इंतजाम किए। यंग हिंदूज ऑफ ग्रेटर हयूस्टन की अध्यक्ष हरि प्रिया ने इस संकट के समय हिंदू युवाओं के समर्थन और उत्साह पर कहा कि यह मेरी उम्मीदों से भी ज्यादा है। जरूरत के इस समय समुदाय की मदद करने के लिए युवाओं की तत्परता और इच्छा को देखते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।
यह उल्लेखनीय है कि मदद के लिए आगे आए अधिकांश स्वयंसेवक फुलटाइम जॉब करने वाले हैं। जरूरतमंद लोगों की मदद का जुनून उनके समर्पण और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुसीबत के इस दौर में दया और करुणा के ऐसे प्रयास दिल को छू लेने वाले हैं।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login