मलेशिया में भारतीय समुदाय के प्रतिष्ठित लोगों ने रविवार को पिछले 10 वर्षों के दौरान देश के 'तेजी से परिवर्तन' के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मजबूत और प्रगतिशील नेतृत्व' तथा उनके 'स्वतंत्र, खुले और समावेशी भारत-प्रशांत क्षेत्र के दृष्टिकोण' की प्रशंसा की।
रविवार को कुआलालंपुर में 'सांप्रदायिक सद्भाव और विश्व शांति के लिए भारत की वैश्विक यात्रा' नामक सद्भावना कार्यक्रम में प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों, व्यापारिक नेताओं, उप-कुलपतियों, शिक्षाविदों और भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भारत की प्रगति का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी दिया।
भारतीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन (IMF) ने मीडिया से साझा जानकारी में बताया कि पिछले 10 वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रौद्योगिकी और आर्थिक कौशल में देश की प्रगति का प्रमाण विश्व में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। यह कार्यक्रम मलेशिया की राजधानी में NID फाउंडेशन के सहयोग से IMF द्वारा आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम के दौरान समुदाय के प्रतिष्ठित लोगों ने कहा कि पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करके और युवाओं को भारत की समृद्ध विरासत तथा संस्कृति से फिर से जोड़कर लाखों लोगों की आकांक्षाओं को पूरा किया है।
The event also marked the launch of the book "Igniting Collective Goodness: Mann Ki Baat@100", capturing @narendramodi Ji's transformative dialogue with India since October 2014.#MalaysiaforModi pic.twitter.com/0VNn8lFEuZ
— Indian Minorities Foundation (Modi Ka Parivar) (@Minoritiesfdn) March 17, 2024
कार्यक्रम के दौरान एक 'मलेशिया प्रस्ताव' भी पारित किया गया। इस प्रस्ताव में भारतीय समुदाय ने भारत की प्रगति के लिए अपना समर्थन देने और 2047 तक पीएम मोदी के विकसित भारत (विकसित भारत) के दृष्टिकोण में सक्रिय रूप से योगदान देने का वादा किया। 'इग्नाइटिंग कलेक्टिव गुडनेस: मन की बात@100' नामक पुस्तक को भी सद्भावना कार्यक्रम में लॉन्च किया गया। इस किताब में अक्टूबर 2014 से भारत के साथ पीएम मोदी के संवाद सत्रों का लेखा-जोखा है।
राज्यसभा सांसद और IMF संयोजक सतनाम सिंह संधू ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में कुआलालंपुर में भारत की उप उच्चायुक्त सुबाशिनी नारायणन और NID संस्थापक हिमानी सूद के साथ-साथ मलेशिया स्थित भारतीय समुदाय के अन्य गणमान्य व्यक्ति और सम्मानित सदस्य शामिल हुए।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login