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भारतीय खिलाड़ी शरथ कमल ने डब्ल्यूटीटी सिंगापुर में रचा इतिहास

पुरुष एकल स्पर्धा में पद्मश्री पुरस्कार विजेता कमल (41) ने दुनिया में 22वें स्थान पर मौजूद मिस्र के उमर असार को हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।

कमल पुरुष एकल वर्ग में WTT स्मैश ईवेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। / Image :X@sharathkamal1

भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी शरथ कमल ने वर्ल्ड टेबल टेनिस (WTT) सिंगापुर स्मैश 2024 में जीत हासिल कर इतिहास रच दिया है। जानकारी के मुताबिक ​कमल ने भारतीय टेबल टेनिस जगत में इतिहास रच दिया है। वह पुरुष एकल वर्ग में WTT स्मैश ईवेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। क्वार्टर फाइनल में कमल का मुकाबला फ्रांस के फेलिक्स लेब्रून और स्वीडन के क्रिस्टियन कार्लसन से होगा।

इस उपलब्धि के साथ ही कमल वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष 50 के करीब पहुंच गये हैं। कमल वर्तमान में वैश्विक रैंकिंग में 88वें स्थान पर हैं और आईटीटीएफ रैंकिंग के अनुसार 32वें स्थान पर। वैश्विक स्तर पर उनकी करियर की सर्वश्रेष्ठ वर्ल्ड नंबर 73 रैंकिंग रही है। पुरुष एकल स्पर्धा में पद्मश्री पुरस्कार विजेता कमल (41) ने दुनिया में 22वें स्थान पर मौजूद मिस्र के उमर असार को हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।

मैच के बाद इंटरव्यू में कमल ने पहले भी कई टूर्नामेंटों में असार के साथ खेलने की बात कही। हालांकि उनकी शैलियां विपरीत हैं मगर उनके अभ्यास सत्र और टीम मैचों ने उन्हें असार को बेहतर ढंग से समझने में मदद की। कमल ने बताया कि मैं आक्रामकता के साथ खेलता हूं और वह नियंत्रण पर यकीन करता है।  

कमल ने बताया कि उनका परिवार उनकी जीत से खुश है पर परिजनों को उसके घर लौटवे की आस थी। WTT में जीत ने कमल को आगे बढ़ने और अपने खेल का परीक्षण करने की प्रेरणा दी। उन्हें ओलंपिक वर्ष में और अधिक अंक अर्जित करने की उम्मीद है।

10 सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप खिताब हासिल करने वाले कमल पहले भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बन गए थे जिन्होंने कमलेश मेहता के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। इसके अलावा उन्हें 2019 में पद्मश्री और 2022 में खेल रत्न जैसे राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। कमल का करियर 16 साल की उम्र में शुरू हुआ। इसके बाद राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने से लेकर यूएस ओपन और मिस्र ओपन जैसे टूर्नामेंटों में खिताब हासिल करने तक पहुंचा। 

वह 2010 में यूएस ओपन टेबल टेनिस पुरुष चैंपियनशिप में सात गेम की लड़ाई में थॉमस कीनाथ को हराकर आईटीटीएफ प्रो टूर पर एकल खिताब जीतने वाले पहले भारतीय भी बने।

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