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प्रवासी नीति पर चक शूमर के बयान को बनाया हथियार, गरजे ट्रम्प समर्थक भारतवंशी नेता

ट्रम्प समर्थक भारतवंशी रिपब्लिकन नेताओं का कहना है कि प्रवासियों को लेकर चक शूमर के बयान से साफ है कि डेमोक्रेट्स ने अवैध प्रवासियों को देश में बेरोकटोक आने की इजाजत देने की नीति अपनाई है।

भारतीय अमेरिकियों का एक वर्ग ट्रम्प को फिर से राष्ट्रपति बनाने के अभियान में जुटा है। / Image - Facebook

अमेरिका में आगामी चुनाव के बीच डोनाल्ड ट्रम्प समर्थक भारतवंशी रिपब्लिकन नेताओं ने देश में प्रवासियों की कथित बेरोकटोक प्रवेश की नीति को लेकर डेमोक्रेट्स पर निशाना साधा है। उन्होंने अमेरिकी सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर की तरफ से होमलैंड सिक्योरिटी के सेक्रेटरी एलेजांद्रो मयोरकास पर महाभियोग की प्री ट्रायल कार्यवाही के दौरान दाखिल नीतिगत असहमति पत्र के हवाले से बाइडेन प्रशासन को आड़े हाथ लिया।

यूएस सीनेट में महाभियोग की कार्यवाही के दौरान मयोरकास पर आरोप लगाया गया है कि वे सीमा की सुरक्षा करने में नाकाम रहे, जिससे बाइडेन सरकार के कार्यकाल में 93 लाख से अधिक लोगों को अमेरिका में बेरोकटोक घुसने का मौका मिला। इंडियन अमेरिकंस फॉर ट्रंप 2024 के नेताओं के मुताबिक, शूमर ने यह कहकर अपना मत पेश किया कि हमें ऐसा उदाहरण स्थापित करना है कि महाभियोग की कार्यवाही को नीतिगत असहमति जताने का हथियार न बने। 

इंडियन अमेरिकंस फॉर ट्रंप 2024 अभियान के प्रेसिडेंट डॉ. एडी अमर, वाइस प्रेसिडेंट अपर्णा विरमानी और अनूरा रूपासिंघे ने इसे लेकर एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि शूमर ने बिना प्रवासियों के मूल देश, उनके आपराधिक इतिहास और हेल्थ रिकॉर्ड को जांचे उन्हें अवैध तरीके से अमेरिका में घुसाने के मामले में नीतिगत असहमति सामने रखी है। 

उन्होंने आगे कहा कि शूमर के बयान से साफ है कि डेमोक्रेट्स ने अवैध प्रवासियों को देश में आने की इजाजत देने की नीति अपनाई है। यह रिपब्लिकंस की नीति के खिलाफ है, जो चाहते हैं कि सिर्फ कानूनी तरीके से ही प्रवासियों को अमेरिका आने की इजाजत दी जानी चाहिए। नेताओं ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो न सिर्फ रहने-खाने की समस्या बढ़ जाएगी बल्कि अपराधों में इजाफा होगा और अमेरिकी नागरिकों के जीवनस्तर पर असर पड़ेगा। 

इंडियन अमेरिकंस फॉर ट्रंप की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि रिपब्लिकंस मानते हैं कि डेमोक्रेट्स का अगला कदम गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में आए इन लोगों को देश के सिस्टम में एडजस्ट करने का होगा ताकि चुनावों में उनका फायदा लिया जा सके। ये लोग उन्हीं को वोट करेंगे क्योंकि वे जानते हैं कि उन्हें अमेरिका में एंट्री किसकी बदौलत मिली है। प्रवासियों को वोट देने का अधिकार दिलाने के लिए कई प्रयास पहले ही शुरू किए जा चुके हैं। अब उन्हें जल्दी नागरिकता दिलाने के कदम भी उठाए जा रहे हैं। 

इंडियन अमेरिकंस फॉर ट्रंप के पदाधिकारियों का कहना है कि डेमोक्रेट नेताओं का उद्देश्य सीमाओं को खोलकर अपने इन नए समर्थकों को राजनीति में खुली एंट्री दिलाने का है। चाहे इसके लिए अमेरिकी नागरिकों को कितनी भी बड़ी कीमत क्यों न चुकानी पड़े। 

इंडियन अमेरिकंस फॉर ट्रंप ने सभी अमेरिकियों से, चाहे उनकी राष्ट्रीयता, नस्ल, रंग, लिंग या पंथ आदि कुछ भी हों, अपील की है कि आगामी चुनावों में डोनाल्ड ट्रम्प को दोबारा राष्ट्रपति चुनकर अमेरिका को फिर से महान देश बनाने में सहयोग करें। संगठन का कहना है कि अमेरिका और दुनिया को सिर्फ ट्रंप ही बचा सकते हैं। 

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