अमेरिका में टेक्सास दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले भारतीय-अमेरिकी समुदाय का ठिकाना है। हालांकि यह समुदाय मुख्य रूप से ह्यूस्टन और डलास के महानगरीय क्षेत्रों में केंद्रित है मगर डलास फोर्ट वर्थ क्षेत्र में सबसे बड़ी आबादी बसती है।
इस इलाके में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के योगदान के बारे में न्यू इंडिया अब्रॉड से बात करते हुए डलास स्थित Nextt के भारतीय-अमेरिकी सीईओ अरुण अग्रवाल ने खुलासा किया कि आईटी से लेकर बैंकिंग और रिटेल तक हर क्षेत्र में इस समुदाय की भागीदारी है।
अग्रवाल की अध्यक्षता वाली भारतीय-अमेरिकी सीईओ काउंसिल द्वारा किए गए एक हालिया अध्ययन के अनुसार डलास-फोर्ट वर्थ क्षेत्र में लगभग 30 प्रतिशत छोटे व्यवसाय स्टार्टअप भारतीय अमेरिकियों द्वारा शुरू किए गए थे। अग्रवाल ने कहा कि यह हमारी उद्यमशीलता की भावना को दर्शाता है। वह भावना वहां मौजूद है, वह जीवित है और वह टेक्सास की उद्यमशीलता की भावना के साथ मेल खाती है और वे दोनों एक साथ बहुत अच्छी तरह जुड़ते हैं।
भारतीय समुदाय के लोग बड़ी संख्या में टेक्सास प्रवास करते हैं। अग्रवाल इसका कारण बताते हैं- टेक्सास में सबसे अधिक फॉर्च्यून 500 कंपनियों का मुख्यालय है। उद्यमियों के यहां आने का यह एक बड़ा और स्वाभाविक कारण है। टेक महिंद्रा, टीसीएस और रिलायंस जैसी प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियों ने डलास में अपने वैश्विक मुख्यालय या नवाचार केंद्र स्थापित किए हैं जबकि ह्यूस्टन और ऑस्टिन जैसे क्षेत्र क्रमशः तेल और गैस तथा ऑटोमोबाइल क्षेत्रों के ठिकाने हैं।
अग्रवाल कहते हैं कि इसीलिए मैं केवल भारतीय कंपनियों का उदाहरण दे रहा हूं। लेकिन इसके अलावा पारिस्थितिक तंत्र और भारतीय अमेरिकियों के बारे में हमारा ज्ञान आधार कितना व्यापक है, यह उनके लिए वहां जाने की स्वाभाविक प्रवृत्ति बन जाती है। यही नहीं राज्य की संस्कृति, खेल का माहौल और परिवार के अनुकूल बुनियादी ढांचे का विकास भी भारतीयों के वहां जाने का कारण है।
अग्रवाल गवर्नर ग्रेग एबॉट की भी तारीफ करते हैं। वह कहते हैं कि एबॉट भारतीय-अमेरिकी समुदाय के अच्छे मित्र हैं। उनकी हवेली में पहली बार दिवाली रिसेप्शन रखा गया था। अग्रवाल ने गवर्नर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ अपनी हालिया भारत यात्रा को भी याद किया और कहा कि तब एबॉट ने भारतीय संस्कृति और भोजन को खासा पसंद किया था।
भारत की यात्रा और इसके महत्व पर अग्रवाल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने शीर्ष भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधियों, सरकारी नेताओं और अन्य लोगों से मुलाकात की। भारतीयों ने टेक्सास की शक्ति को पहचानना शुरू कर दिया है। यात्रा का एक मुख्य आकर्षण दिल्ली से डलास के लिए सीधे उड़ान मार्ग की स्थापना का निर्णय था। यह उड़ान जल्द शुरू होगी और इससे टेक्सास-भारत साझेदारी को बहुत लाभ होगा।
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