भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अपने तीसरे अंतरिक्ष मिशन पर जाने की तैयारी शुरू कर दी है। वह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर जाने के लिए नासा के बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट में शामिल होंगी। यह मिशन 6 मई को रवाना होगा।
सुनीता विलियम्स के साथ बोइंग के इस स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में बुच विल्मोर भी होंगे। इसे फ्लोरिडा में केप कैनेवरल के स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स-41 से यूनाइटेड लॉन्च अलायंस एटलस वी रॉकेट द्वारा लॉन्च किया जाएगा। इनका डेस्टिनेशन अंतरिक्ष में घूमती प्रयोगशाला होगा, जहां पर वे करीब एक सप्ताह तक रूकेंगे।
The Boeing Starliner Crewed Test Flight is scheduled to launch on May 6. These flights are part of efforts to increase time dedicated to advancing science and technology demonstrations aboard @Space_Station. Read more: https://t.co/EnseSZdkQa pic.twitter.com/uJ5sMUf6ET
— ISS Research (@ISS_Research) April 26, 2024
यह मिशन नासा के कमर्शल क्रू प्रोग्राम के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। यह स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की पहली क्रू फ्लाइट होगी। इसके कार्यों में यान की कार्यक्षमता परखना, लॉन्च प्रक्रिया देखना, डॉकिंग अभ्यास करना और धरती पर सुरक्षित वापस आना शामिल है।
सुनीता विलियम्स का इस मिशन के लिए चुना जाना बहुत खास है। सुनीता को पहली बार 1998 में नासा ने अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना था। वह दो अंतरिक्ष मिशन अभियान 14/15 और 32/33 को सफलतापूर्वक अंजाम दे चुकी हैं।
दिसंबर 2006 से जून 2007 तक चले अभियान 14/15 के दौरान विलियम्स ने आईएसएस के बाहर 29 घंटे 17 मिनट के चार स्पेसवॉक करके महिला अंतरिक्ष यात्रियों के लिए विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया था। इसके अलावा जुलाई से नवंबर 2012 में मिशन 32/33 में उन्होंने फ्लाइट इंजीनियर और आईएसएस कमांडर के रूप में कार्य किया था।
सुनीता अंतरिक्ष में 322 दिन बिता चुकी हैं, जिसमें 50 घंटे और 40 मिनट तक स्पेसवॉक भी की है, जो महिला अंतरिक्ष यात्रियों के लिए रिकॉर्ड है। उन्होंने जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) के अकिहिको होशिदे के साथ तीन स्पेसवॉक का संचालन भी किया था।
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