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वर्जीनिया का 10वां जिला जीतकर भारतीय-अमेरिकी सुहास ने रचा इतिहास, बेंगलुरु से है यह नाता

रिपब्लिकन माइक क्लैंसी को हराकर सुब्रमण्यम ने वर्जीनिया की 10वीं डिस्ट्रिक्ट रेस जीत ली है और वह ईस्ट कोस्ट से कांग्रेस के लिए चुने गए पहले भारतीय-अमेरिकी बन गए हैं।

भारतीय-अमेरिकी सुहास सुब्रमण्यम / X@Suhas Subramaniam/file

वर्जीनिया का 10वां जिला जीतकर भारतीय-अमेरिकी सुहास सुब्रमण्यम ने इतिहास रच दिया है। रिपब्लिकन माइक क्लैंसी को हराकर सुब्रमण्यम ने वर्जीनिया की 10वीं डिस्ट्रिक्ट रेस जीत ली है और वह ईस्ट कोस्ट से कांग्रेस के लिए चुने गए पहले भारतीय-अमेरिकी बन गए हैं।

सुब्रमण्यम को 206870 वोट (52.1 फीसदी) मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन माइक क्लैंसी ने 190099 वोट (47.9 प्रतिशत) हासिल किये। सुहास ने वर्जीनिया के बुनियादी ढांचे के वित्त पोषण की वकालत करने और संघीय कर्मचारियों को सरकारी शटडाउन से बचाने का वादा किया है।

जीत के बाद सुहास ने एक्स पर लिखा- मैं सम्मानित और विनम्र महसूस कर रहा हूं कि वर्जीनिया के 10वें जिले के लोगों ने सबसे कठिन लड़ाई लड़ने और कांग्रेस में परिणाम देने के लिए मुझ पर भरोसा किया। यह जिला मेरा घर है। मेरी शादी यहीं हुई। मैं और मेरी पत्नी मिरांडा यहां अपनी बेटियों का पालन-पोषण कर रहे हैं और हमारे समुदाय के सामने आने वाली समस्याएं हमारे परिवार के लिए व्यक्तिगत हैं। वॉशिंगटन में इस जिले की सेवा जारी रखना सम्मान की बात है।



इससे पहले सुहास ने राष्ट्रपति ओबामा के तहत एक तकनीकी नीति सलाहकार के रूप में कार्य किया और वर्जीनिया हाउस और सीनेट दोनों के लिए चुने गए पहले भारतीय-अमेरिकी रहे। उन्हें निवर्तमान प्रतिनिधि जेनिफर वेक्सटन से समर्थन मिला जिन्होंने स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा करने से पहले उनका समर्थन किया था। 

वेक्सटन ने एक्स पर सुब्रमण्यम को बधाई देते हुए लिखा- मुझे सुहास को अपना अगला कांग्रेसी कहने और #VA10 के परिवारों के लिए लड़ने के लिए मेरी विरासत को आगे बढ़ाने पर गर्व है।



भारतयी जड़े और अमेरिकी ठिकाना
सुहास की जड़े दक्षिण भारतीय शहर बेंगलुरु से जुड़ी हैं। भारतीय माता-पिता के घर जन्मे सुब्रमण्यम का पालन-पोषण वर्जीनिया में हुआ। उन्होंने न्यू ऑरलियन्स में तुलाने यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री और इलिनोइस में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री प्राप्त की। 

उनका विवाह मिरांडा पी सुब्रमण्यम से हुआ है जो अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य में काम करती हैं और अपने खाली समय में लाउडाउन दुर्व्यवहार महिला आश्रय में स्वयंसेवक हैं। वे अपनी दो बेटियों के साथ एशबर्न, वर्जीनिया में रहते हैं।

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