भारतीय-अमेरिकी मैथिली प्रकाश को यूनाइटेड स्टेट्स आर्टिस्ट्स (USA) ने फेलो चुना है। मैथिली अकेली ऐसी भारतीय-अमेरिकी हैं जिनका चयन अन्य 50 पुरस्कार विजेताओं में किया गया है। देश के सांस्कृतिक ताने-बाने में उल्लेखनीय योगदान का सम्मान करने के वास्ते मैथिली को 50,000 डॉलर का (अप्रतिबंधित) नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
मैथिली को इरविन फाउंडेशन की ओर से क्रिएशन टू परफॉर्मेंस अनुदान, सेंटर फॉर कल्चरल इनोवेशन से कलात्मक नवाचार अनुदान और न्यू इंग्लैंड फाउंडेशन फॉर द आर्ट्स से नेशनल डांस प्रोजेक्ट टूरिंग ग्रांट भी हासिल हुई है। यह आर्थिक मदद हैम्बर्ग, एल्बफिलहार्मोनी में रिफ्लेक्टर फेस्टिवल के दौरान उनके काम 'शीज ऑसपीशियस' के लिए मिली है।
मैथिली को उनकी मां विजी प्रकाश ने प्रशिक्षित किया है जो स्वयं एक शिक्षक और नृत्य विशेषज्ञ हैं। वर्तमान में उन्हें भरतनाट्यम नृत्यांगना मालविका सरुक्कई और नर्तक/कोरियोग्राफर अकरम खान द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है।
मैथिली प्रकाश ने यूके, कनाडा, यूरोप, भारत, सिंगापुर, संयुक्त राज्य अमेरिका और मैक्सिको में अपनी एकल प्रस्तुतियां दी हैं। उन्होंने सैडलर वेल्स (लंदन), संगीत अकादमी (भारत), जैकब पिलो (यूएसए) और एस्प्लेनेड थियेटर्स (सिंगापुर) में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।
USA फेलो को वास्तुकला और डिजाइन, शिल्प, नृत्य, फिल्म, मीडिया, संगीत, लेखन, थिएटर और प्रदर्शन, पारंपरिक कला, दृश्य कला के जानकारों द्वारा एक गहन प्रक्रिया के बाद चुना जाता है। इस वर्ष के फेलो 22 राज्यों और प्यूर्टो रिको से चुने गये हैं। इनकी उम्र 20 से लेकर 80 वर्ष तक है। चुनिंदा फेलो में उभरते कलाकारों के साथ-साथ अपने क्षेत्र में व्यापक करियर वाले कलाकार भी शामिल हैं। USA प्रेसिडेंट और सीईओ जुडिली रीड ने बताया कि इस बार चयनित फेलो की विविध संदर्भों में विविध सोच है। उनकी अभिव्यक्ति का तरीका और दृष्टि में भी अंतर है।
फेलोशिप की शुरुआत 2006 में हुई थी। USA फेलोशिप यूनाइटेड स्टेट्स आर्टिस्ट्स का प्रमुख कार्यक्रम है जिसके माध्यम से अभियान ने अब तक 850 से अधिक रचनात्मक अध्येताओं को $41 मिलियन डॉलर से अधिक की राशि का वितरण किया है।
अनरेस्ट्रिक्टेड यानी अप्रतिबंधित राशि का अर्थ
फेलोशिप के तहत जो अप्रतिबंधित राशि दी जाती है उसका इस्तेमाल अध्येता अपने हिसाब से किसी भी मद में कर सकता है। यानी चाहे तो अध्येता (फेलो) उस पैसे को अपने काम के लिए खर्च करे, किराया चुकाने के लिए दे, स्वास्थ्य देखभाल पर व्यय करे अथवा अपने समुदाय पर लगाये। यानी व्यय को लेकर फेलो पर किसी तरह की पाबंदी नहीं होती।
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