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भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने स्वतंत्रता दिवस शुभकामनाओं में साझा किया भारत से अपना जुड़ाव

चेन्नई में जन्मी प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल कांग्रेस के लिए चुनी गई पहली भारतीय-अमेरिकी महिला हैं। जयपाल ने इस अवसर पर एक वीडियो संदेश साझा किया। जयपाल ने कहा कि मैं खुद को भारत और अमेरिका दोनों की गौरवान्वित बेटी मानती हूं। यह दिन मेरे दिल में एक विशेष स्थान रखता है।

भारतीय-अमेरिकी प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल और रो खन्ना / Courtesy Photo

भारतीय-अमेरिकी प्रतिनिधियों रो खन्ना और प्रमिला जयपाल ने भी भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों और समुदाय के लोगों को हार्दिक बधाई दी है। बधाई संदेशों में भारत के साथ उनके व्यक्तिगत और पारिवारिक संबंधों के साथ ही भारत-अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों पर जोर दिया गया।

भारत और भारतीय अमेरिकियों पर कांग्रेसनल कॉकस के सह-अध्यक्ष प्रतिनिधि रो खन्ना ने X पर एक पोस्ट में लिखा- आज भारत के स्वतंत्रता दिवस की 77वीं वर्षगांठ है। एक युवा देश के रूप में भारत ने उल्लेखनीय आर्थिक प्रगति की है और यह एक विश्व शक्ति और प्रमुख अमेरिकी सहयोगी के रूप में उभरा है।

भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अपने दादा अमरनाथ विद्यालंकार की भूमिका को रेखांकित करते हुए खन्ना ने कहा कि उन्होंने मुझे लोकतंत्र, बहुलवाद और एक अधिक न्यायपूर्ण दुनिया के लिए खड़े होने के लिए प्रेरित किया है। विद्यालंकार ने लाला लाजपत राय जैसे नेताओं के साथ मिलकर काम किया और अपनी सक्रियता के लिए वर्षों जेल में बिताए। खन्ना ने कहा कि दादाजी ने सार्वजनिक सेवा के प्रति मेरी प्रतिबद्धता को गहराई से प्रभावित किया है।

चेन्नई में जन्मी प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल कांग्रेस के लिए चुनी गई पहली भारतीय-अमेरिकी महिला हैं। जयपाल ने इस अवसर पर एक वीडियो संदेश साझा किया। जयपाल ने कहा कि मैं खुद को भारत और अमेरिका दोनों की गौरवान्वित बेटी मानती हूं। यह दिन मेरे दिल में एक विशेष स्थान रखता है।

जयपाल ने 16 साल की उम्र में भारत से अमेरिका तक की अपनी यात्रा और अमेरिका-भारत संबंधों को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि हमारे पास व्यापार, कला, संस्कृति, प्रौद्योगिकी और रणनीतिक वैश्विक साझेदारी के माध्यम से अपने संबंधों को जारी रखने का बड़ा अवसर है। डेमोक्रेट ने भारतीय अमेरिकियों के बढ़ते योगदान का जश्न मनाते हुए सिएटल में एक नए भारतीय वाणिज्य दूतावास की वकालत करने में अपनी भूमिका पर भी जोर दिया।
 

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