'इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट' (IAI) दक्षिण एशियाई और भारतीय अमेरिकी समुदायों को सामुदायिक भागीदारी, नागरिक भागीदारी, उम्मीदवार समर्थन, डेटा एवं अनुसंधान के माध्यम से सशक्त बनाता है जिससे लोकतंत्र समर्थक सरकार को प्रोत्साहित किया जा सके जो सभी लोगों का उत्थान करे। भारतीय अमेरिकियों के लिए राजनीतिक शक्ति का निर्माण करने की कोशिश करने वाले 'इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट' ने चुनाव लड़ रहे राज्य और स्थानीय उम्मीदवार के समर्थन की घोषणा की है।
15 उम्मीदवारों में एरिजोना और न्यूयॉर्क में एक-एक, पेंसिल्वेनिया में दो, कैलिफोर्निया में चार, टेक्सास में पांच और वाशिंगटन में दो शामिल हैं। यहां IAI द्वारा समर्थित उम्मीदवारों की एक सूची दी गई है। IAI ने दूसरे दौर के लिए इनके समर्थन की घोषणा की है।
इनमें से एक हैं एरिजोना से प्रिया सुंदरेशन। वह एरिजोना, राज्य सीनेट जिला 18 से मैदान में हैं। टक्सन में जन्मे और पले-बढ़े सुंदरेशन ने एमआईटी में इंजीनियरिंग और यू ऑफ ए में कानून और प्राकृतिक संसाधन अर्थशास्त्र का अध्ययन किया है। वर्तमान में वह एरिजोना विश्वविद्यालय में प्राकृतिक संसाधन कानून पढ़ाती हैं। वह राज्य सीनेट के लिए होने वाले री-इलेक्शन के लिए मैदान में हैं।
वहीं, एंजेलो फारूक, कैलिफोर्निया, राज्य सीनेट जिला 31 से मैदान में हैं। एंजेलो फारूक को रिवरसाइड स्कूल बोर्ड में दो कार्यकाल के लिए चुना गया है। वह कैलिफोर्निया कार्यबल विकास बोर्ड (सीडब्ल्यूडीबी) के अध्यक्ष है। वह कैलिफोर्निया स्टेट सीनेट के लिए मैदान में हैं।
वहीं, दर्शना पटेल कैलिफोर्निया, राज्य विधानसभा जिला 121 से चुनाव लड़ रही हैं। दर्शना पटेल एक शोध वैज्ञानिक, स्कूल बोर्ड अध्यक्ष और सामुदायिक नेता हैं। वह राज्य विधानसभा के लिए मैदान में हैं। उनका कहना है कि मैं यह सुनिश्चित करना चाहती हूं कि प्रत्येक व्यक्ति को सफल होने और विकसित होने का अवसर मिले। एक वैज्ञानिक, निर्वाचित स्कूल बोर्ड के सदस्य, सामुदायिक नेता और एक मां के रूप में लोगों के जीवन में अंतर लाने के लिए मैं अपने अनुभव का उपयोग कर सकती हूं।
तारा श्रीकृष्णन, कैलिफोर्निया, राज्य विधानसभा जिला 26 से मैदान में हैं। तारा श्रीकृष्णन 2018 से सांता क्लारा काउंटी बोर्ड ऑफ एजुकेशन में ट्रस्टी के रूप में काम कर रही हैं। 270,000 छात्रों की देखरेख करती हैं और 300 मिलियन डॉलर के बजट को संतुलित करती हैं। वह विधानसभा के लिए चुनावी मैदान में हैं। उनका कहना है कि मैं समझती हूं कि कैलिफोर्निया को आर्थिक रूप से जिम्मेदार बनाने, हमारी शिक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए क्या करना चाहिए, जिससे हमारे बच्चों के पास भविष्य के कैरियर के अवसर हों।
नित्या रमन, कैलिफोर्निया, नगर परिषद लॉस एंजिल्स जिला 4 से मैदान में हैं। भारत के केरल में जन्मी नित्या रमन छह साल की उम्र में अपने परिवार के साथ अमेरिका आ गईं। हार्वर्ड से स्नातक होने और एमआईटी में शहरी नियोजन में प्रशिक्षण लेने के बाद वह भारत गईं। इसके बाद उन्होंने दिल्ली और चेन्नई में अत्यधिक गरीबी पर काम किया।
इसके अलावा मिनिता संघवी- न्यूयॉर्क, राज्य सीनेट जिला 44 से मैदान में हैं। सांघवी 2001 में अमेरिका आईं। वह लगभग दस वर्षों से स्किडमोर कॉलेज में व्यवसाय पढ़ा रही हैं। वहीं, जो खान- पेंसिल्वेनिया में मैदान में हैं। खान ने स्थानीय अभियोजक, संघीय अभियोजक और काउंटी सॉलिसिटर के रूप में काम किया है।
वहीं, अन्ना थॉमस- पेंसिल्वेनिया, स्टेट हाउस डिस्ट्रिक्ट 13 से चुनाव लड़ रही हैं। बेथलहम टाउनशिप में जन्मी और पली-बढ़ीं अन्ना थॉमस मलेशिया और भारत के प्रवासियों के परिवार में पली-बढ़ीं। उन्होंने बेथलहम एरिया स्कूल डिस्ट्रिक्ट के स्कूल बोर्ड में सेवा की है। संदीप श्रीवास्तव- टेक्सास, तीसरा कांग्रेस जिला से चुनावी मैदान में हैं। कार्तिक सूरा- टेक्सास, राज्य सीनेट जिला 15 से किस्मत आजमा रहे हैं। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सूरा रसायन विज्ञान के शिक्षक बन गए।
शेखर सिन्हा- टेक्सास, स्टेट हाउस डिस्ट्रिक्ट 44 से लड़ रहे हैं। सिन्हा भारत से आकर 1989 में पेन स्टेट से गणित और कंप्यूटर साइंस में दोहरी मास्टर डिग्री हासिल की। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) उद्योग में तकनीकी और प्रबंधन दोनों पदों पर 33 वर्षों तक काम किया है।
सलमान भोजानी- टेक्सास, स्टेट हाउस डिस्ट्रिक्ट 92 से लड़ रहे हैं। एक किशोर के रूप में पाकिस्तान से टेक्सास आकर बस गए थे। शेरीन थॉमस- टेक्सास, जज ट्रैविस काउंटी 353 वां न्यायिक न्यायालय से चुनावी मैदान में हैं। थॉमस का परिवार 1971 में नई दिल्ली, भारत छोड़कर अमेरिका में बस गया था। वहीं, मनका ढींगरा- वाशिंगटन, अटॉर्नी जनरल के लिए मैदान में हैं। मनका ढींगरा वाशिंगटन में 45 वें विधायी जिले के लिए राज्य सीनेटर और सीनेट के उप बहुमत नेता हैं। वह कानून और न्याय समिति की अध्यक्ष हैं।
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