अमेरिका में साढ़े छह लाख डॉलर से अधिक के फसल बीमा घोटाले के मामले में एक भारतीय अमेरिकी समेत दो लोगों को अटॉर्नी कार्यालय ने दोषी ठहराया है। भारतीय अमेरिकी जतिंदर जीत ज्योति सिहोता की सजा के लिए अगले साल 3 मार्च की तारीख तय की गई है।
कैलिफोर्निया के पूर्वी जिले के अटॉर्नी कार्यालय ने बताया कि सेल्मा शहर के रहने वाले 37 वर्षीय सिहोता ने फसल बीमा में धोखाधड़ी की साजिश का जुर्म कबूल कर लिया है। इस मामले में उसने और क्लोविस के रहने वाले 69 वर्षीय राल्फ हैकेट ने फ्रॉड करके लाखों डॉलर की बीमा रकम हड़पने का प्रयास किया था।
अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार, सिहोता का परिवार फ्रेस्नो और तुलारे काउंटी में अंगूर और अन्य फसलों की खेती करता था। वह अपनी अधिकांश फसलों को हैकेट की फ्रूट पैकिंग कंपनी के जरिए बेचता था। 2012 से 2016 तक सिहोता और हैकेट ने बीमा की रकम हड़पने के लिए फसल की बिक्री रिपोर्ट में हेरफेर किया और फसल खराब होने का दावा किया।
हैकेट ने माना है कि उसने कर्मचारियों को धोखाधड़ी में मदद करने का निर्देश दिया था। अपनी गिल्टी प्ली के तहत हैकेट ने आपराधिक क्षतिपूर्ति के रूप में 6.5 लाख डॉलर एक अलग सिविल सेटलमेंट 6.05 लाख डॉलर का भुगतान करने पर सहमति जताई है।
इस मामले की जांच अमेरिका के कृषि विभाग के महानिरीक्षक कार्यालय और जोखिम प्रबंधन एजेंसी के विशेष स्टाफ ने की थी। यूएसडीए ओआईजी स्पेशल एजेंट-इंचार्ज शॉन डियोनिडा का कहना है कि इस तरह की धोखाधड़ी से सरकारी खजाने को नुकसान होता है।
बताया गया है कि सिहोता को अब 3 मार्च 2025 और हैकेट को 27 जनवरी 2025 को सजा सुनाई जाएगी। इन दोनों को संघीय जेल में 20-20 साल की अधिकतम जेल हो सकती है और ढाई ढाई लाख डॉलर के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login