क्वांटम टेक्नोलोजी में ग्लोबल लीडर बनने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा लॉन्च नेशनल क्वांटम मिशन के तहत एक बड़ी पहल की गई है। सरकार ने थीमैटिक हब और तकनीकी समूहों के राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (एनक्यूएम) की घोषणा की है।
भारत सरकार के केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस अवसर पर आयोजित समारोह में कहा कि राष्ट्रीय क्वांटम मिशन सिर्फ क्वांटम पहल से कहीं अधिक है। यह भारत के भविष्य में रणनीतिक निवेश है जो क्वांटम संचालित दुनिया में आर्थिक विकास, रोजगार सृजन और तकनीकी नेतृत्व की आधारशिला रखता है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने 17 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 14 तकनीकी समूहों से युक्त चार थीमैटिक हब (टी-हब) की स्थापना की सराहना की। ये हब 43 संस्थानों के 152 शोधकर्ताओं को एक मंच पर लाते हैं। इनमें राष्ट्रीय महत्व के 31 संस्थान, 8 रिसर्च लैब, एक विश्वविद्यालय और तीन निजी संस्थान शामिल हैं।
#LIVE: Addressing the Announcement Ceremony of “National Quantum Mission” (NQM) at Vigyan Bhavan, New Delhi. On Virtual mode from #Jammu. #DST https://t.co/yMWXTvOz66
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) September 30, 2024
डॉ. जितेंद्र सिंह ने जोर देकर कहा कि यह पहल क्वांटम टेक्नोलोजी के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में नेतृत्व करने की देश की सामूहिक महत्वाकांक्षा को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्वांटम मिशन आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत 2047 के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण स्तंभ है। यह भविष्य को आकार देने वाली क्वांटम प्रौद्योगिकियों के अत्याधुनिक होने के हमारे दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।
गौरतलब है कि नेशनल क्वांटम मिशन प्रधानमंत्री मोदी की विज्ञान प्रौद्योगिकी नवाचार सलाहकार परिषद (पीएमएसटीआईएसी) के तहत नौ मिशनों में से एक है। इसे वैज्ञानिक अनुसंधान का लाभ उठाने और भारत को क्वांटम प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेता बनाने के लिए तैयार किया गया है। सुरक्षित क्वांटम संचार, क्वांटम कंप्यूटिंग और सटीक सेंसिंग प्रौद्योगिकियों के जरिए यह मिशन दूरसंचार, रक्षा, वित्त और स्वास्थ्य देखभाल जैसे क्षेत्रों में क्रांति ला सकता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन गतिशील टी-हब की एक प्रमुख ताकत फिजिक्स, कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग और मटीरियल साइंस जैसे विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक मंच पर लेकर आना है। इस तरह शिक्षा, उद्योग और सरकार के साथ सहयोग से क्वांटम टेक्नोलोजी में समग्र प्रगति होगी। उन्होंने कहा कि ये हब अनुसंधान और उद्योग के बीच अंतर को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यहां तैयार इनोवेशन से बाजार में प्रगति होगी जिससे दूरसंचार, रक्षा, सेंसिंग और मेट्रोलॉजी और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा।
एनक्यूएम स्टार्टअप्स और उद्यमियों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करेगा। यह क्वांटम इनोवेशन के लिए जीवंत इकोसिस्टम को बढ़ावा देगा और सुनिश्चित करेगा कि भारत क्वांटम आंत्रप्रेन्योरशिप का सेंटर बने। यह मिशन उभरते क्वांटम टेक्नोलोजी सेक्टर में नौकरियां उपलब्ध कराएगा। क्वांटम कंप्यूटिंग, संचार और मटीरियल साइंस आदि क्षेत्रों में अत्यधिक कुशल वर्कफोर्स तैयार करेगा जो भविष्य की नौकरियों को परिभाषित करेगा।
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