अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में बुधवार को कैपिटल हिल में HinduACTion हिंदूएक्शन ने एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया। 'रामायण: एशिया के पार और उससे आगे' कार्यक्रम में प्रतिष्ठित राजनयिकों और अमेरिकी सांसदों की एक अनूठी सभा देखी गई, जो समकालीन भू-राजनीति में सांस्कृतिक विरासत के महत्व को रेखांकित करती है।
इस कार्यक्रम में अमेरिका में थाईलैंड के राजदूत, अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य जिम बेयर्ड (आर-आईएन), मैक्स मिलर (आर-ओएच), सांसद श्री थानेदार (डी-एमआई) के साथ अमेरिका में भारत के राजदूत ने हिस्सा लिया। बांग्लादेश और गुयाना के दूतावास के प्रमुख कर्मचारियों के साथ-साथ कांग्रेस सदस्य गेरी कोनोली (डी-वीए) और कांग्रेस सदस्य सारा जैकब्स (डी-सीए) के कार्यालयों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सम्मेलन का मुख्य संदेश आज के शासन में रामायण की शिक्षाओं का समावेश था। कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र के सभ्यतागत गुणों और संस्कृति के मूल्यों की गहरी समझ की आवश्यकता को उजागर करने के लिए HinduACTion की दूरदृष्टि की सराहना की। श्रीलंका थिंक टैंक के सदस्यों ने हिंद महासागर में भारतीय सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जो साझा ऐतिहासिक मूल्यों और आदर्शों पर आधारित है।
थाई राजदूत ने अपने संबोधन में थाई समाज पर रामायण के शाश्वत प्रभाव और इसके दार्शनिक महत्व के बारे में चर्चा की। इसी तरह, भारतीय राजदूत ने नैतिक रूप से मजबूत भू-राजनीतिक प्रथाओं को बढ़ावा देने में रामायण की भूमिका पर जोर दिया।
रामायण के एक सांस्कृतिक नृत्य प्रदर्शन जो विभिन्न भारत-प्रशांत देशों में महाकाव्य की व्याख्या को दर्शाता है, कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। एक महत्वपूर्ण आकर्षण अफगान हजारा समुदाय के सदस्यों की भागीदारी थी, जिन्होंने तालिबान से अफगानिस्तान में बौद्ध और हिंदू स्मारकों की रक्षा में अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक गणमान्य सदस्यों को संस्था की तरफ से एक तिब्बती शॉल से सम्मानित किया गया, जो एकता की भावना और विविध परंपराओं के प्रति सम्मान का प्रतीक है।
HinduACTion वाशिंगटन, डीसी स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो समावेशी नीतियों, सामुदायिक जुड़ाव के लिए हिंदू सभ्यता के ज्ञान के साथ STEM, ध्यान और योग के साथ अमेरिकी बहुलवाद को सशक्त बनाने के लिए समर्पित है।
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