फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स लिमिटेड के संस्थापक और आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र प्रेम वत्स ने अपने पूर्व संस्थान को 5 मिलियन डॉलर यानी लगभग 41 करोड़ रूपये का दान दिया है।
यह दान आईआईटी मद्रास में सुधा गोपालकृष्णन ब्रेन सेंटर के लिए दिया गया है। इससे मानव मस्तिष्क के डेटा की रिसर्च करके प्रौद्योगिकी उपकरण तैयार करने में काम आएगा।
फेयरफैक्स फाइनेंशियल के संस्थापक अध्यक्ष व सीईओ प्रेम वत्स ने 1971 में आईआईटी मद्रास से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया था। 1999 में उन्हें विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
प्रेम वत्स ने ब्रेन सेंटर टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि आईआईटीएम के सुधा गोपालकृष्णन ब्रेन सेंटर के कार्य और इसकी टीम की प्रतिबद्धता बेहतरीन है। उन्होंने जो प्रौद्योगिकी बनाई है, वह मानव दिमाग की उच्च रिज़ॉल्यूशन इमेज पैदा करने में सक्षम है। यह बेहद अनूठा है। इससे मानव मस्तिष्क के बारे में हमारा ज्ञान बढ़ेगा और चुनौतीपूर्ण मस्तिष्क रोगों का समाधान हो सकेगा।
मार्च 2022 में स्थापित सुधा गोपालकृष्णन ब्रेन सेंटर ने हाई थ्रूपुट हिस्टोलॉजी पाइपलाइन बनाई है ,जो पूरे इंसानी ब्रेन की पेटाबाइट स्केल पर डिजिटल इमेज प्रोसेस करने में सक्षम है। इससे दुनिया भर में तंत्रिका विज्ञान विशेषज्ञों को उनके शोध एवं खोजों में काफी मदद मिल सकती है।
इंफोसिस के सह-संस्थापक और आईआईटी मद्रास के एक अन्य पूर्व छात्र क्रिस गोपालकृष्णन ने प्रेम वत्स के दान को स्वीकार करते हुए कहा कि इससे केंद्र के परोपकारी और सीएसआर कार्यों को बढ़ावा मिलेगा और मानव मस्तिष्क पर गहराई से शोध किया जा सकेगा।
यह डोनेशन कैनेडियन फ्रेंड्स ऑफ आईआईटी-मद्रास (CFIITM) की मदद से संभव हो पाया है, जो कनाडाई पूर्व छात्रों और समाज में आईआईटी मद्रास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित चैरिटी संस्था है। सीएफआईआईटीएम के निदेशक प्रो. मार्थी वेंकटेश मन्नार और प्रोफेसर पार्थ मोहनराम ने कहा कि इस डोनेशन से भारत-कनाडा सहयोग में इजाफा होगा।
आईआईटी मद्रास में पूर्व छात्रों और कॉर्पोरेट संबंधों के डीन प्रोफेसर महेश पंचागनुला ने प्रेम वत्स के योगदान के लिए आभार जताया। ब्रेन सेंटर के प्रमुख प्रो. मोहनशंकर शिवप्रकाशम ने कहा कि प्रेम वत्स का यह उदार समर्थन विश्व स्तर पर अग्रणी अनुसंधान एवं विकास केंद्र बनने की दिशा में हमारे प्रयासों को और आगे बढ़ाएगा।
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