अमेरिका में न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचुल ने IBM के भारतीय मूल के सीईओ अरविंद कृष्णा को इमर्जिंग टेक्नोलॉजी एडवाइजरी बोर्ड के सह-अध्यक्ष के रूप में नॉमिनेट किया है। उनके साथ Girls Who Code की सीईओ डॉ. तारिका बैरेट भी शामिल हो रही हैं। इस अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन की स्थापना रेशमा सौजानी ने टेक्नोलॉजी में जेंडर गैप को खत्म करने और लड़कियों की छवि को बदलने के लिए की थी।
गवर्नर के ऑफिस की तरफ से बताया गया है कि इमर्जिंग टेक्नोलॉजी एडवाइजरी बोर्ड इंडस्ट्री लीडर का एक स्वतंत्र समूह है। जो न्यूयॉर्क के डेवलपमेंट और इनोवेशन के लिए एक केंद्र के रूप में काम करता है। वे तेजी से उभर रहे AI पर जोर देने के साथ उभरती तकनीक को लेकर विजन प्रदान करेंगे। अत्याधुनिक व्यवसायों और संपन्न वर्कफोर्स द्वारा संचालित आधुनिक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए राज्य के प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे।
न्यूयॉर्क के गवर्नर ने अपने एक बयान में कहा कि सलाहकार बोर्ड व्यापार, शिक्षा, वर्कफोर्स विकास और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को एक साथ लाएगा जिससे हमारे राज्य को अपने विकास को भुनाने में मदद मिल सके। जिससे सुरक्षित, न्यायसंगत और सफलता के लिए एक उभरते हुए तकनीकी क्षेत्र का निर्माण हो।
एआई से चिप्स और क्वांटम कंप्यूटिंग तक टेक्नोलॉजी परिदृश्य में वर्तमान दौर को महत्वपूर्ण समय के रूप में वर्णित करते हुए कृष्णा ने कहा कि बोर्ड यह सुनिश्चित करने में एक केंद्रीय भूमिका निभाएगा कि न्यूयॉर्क में प्रतिभा, इकोसिस्टम और बुनियादी ढांचा का विकास इस दौर में सबसे अहम है।
IBM में अपने 30 साल के करियर में अरविंद कृष्णा ने क्लाउड, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और क्वांटम कंप्यूटिंग में कंपनी के लिए नए बाजारों के निर्माण और विस्तार का नेतृत्व किया है। उन्होंने इन उभरती टेक्नोलॉजी के आधार पर नए-नए प्रोडक्ट और तकनीकी समाधानों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे पहले वह क्लाउड और कॉग्निटिव सॉफ्टवेयर के सीनियर उपाध्यक्ष थे, जहां उन्होंने कंपनी के हाइब्रिड क्लाउड व्यवसाय का बीड़ा उठाया। आईबीएम के पूरे सॉफ्टवेयर और सेवाओं के पोर्टफोलियो और क्लाउड सिस्टम को बेहतर करते हुए व्यवसाय को आगे बढ़ाया।
उन्होंने IBM रिसर्च का भी नेतृत्व किया है जहां उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन, क्लाउड प्लेटफॉर्म सेवाओं, डेटा-संचालित समाधान और नैनो टेक्नोलॉजी सहित कोर और उभरती टेक्नोलॉजी में इनोवेशन किया। कृष्णा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (आईआईटीके) से स्नातक की डिग्री और अर्बाना-शैंपेन में इलिनोइस विश्वविद्यालय से पीएचडी हैं।
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