मेलबर्न यूनिवर्सिटी ने आधिकारिक तौर पर 17 सितंबर को भारत की राजधानी दिल्ली में अपने पहले मेलबर्न ग्लोबल सेंटर की शुरूआत कर दी है। यह सेंटर यूनिवर्सिटी की वैश्विक उपस्थिति का विस्तार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
विक्टोरिया की प्रीमियर जैसिंटा एलन ने इस सेंटर का उद्घाटन किया। वह एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आई हैं। इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों, पूर्व छात्रों और सरकारी अधिकारियों सहित स्थानीय हितधारकों के साथ साझेदारी को मजबूत करना है।
मेलबर्न ग्लोबल सेंटर का मकसद शैक्षिक सहयोग, अनुसंधान साझेदारी एवं सामुदायिक जुड़ाव के लिए एक केंद्र के रूप में सेवाएं प्रदान करना है। यह सेंटर ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा। इसके साथ ही शिक्षा, उद्योग और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के बीच कनेक्शन को भी आगे बढ़ाएगा।
मेलबर्न विश्वविद्यालय में उप कुलपति (वैश्विक, संस्कृति एवं जुड़ाव) प्रोफेसर माइकल वेस्ले ने भारत के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को विस्तार देने में इस सेंटर के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मेलबर्न ग्लोबल सेंटर भारत और विश्वविद्यालय के बीच शैक्षिक सहयोग को बढ़ावा देने की हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रीमियर एलन ने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में सेंटर के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मेलबर्न विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया का शीर्ष रैंकिंग विश्वविद्यालय है। यूनिवर्सिटी का मेलबर्न ग्लोबल सेंटर भारत में सहयोग और कनेक्शन के नए अवसर प्रदान करेगा।
यह सेंटर विश्वविद्यालय के अनुसंधान एवं शैक्षिक कार्यक्रम ऑफर करेगा। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों, कला प्रदर्शनियों और लेक्चर सीरीज भी आयोजित करेगा। यह संस्थान भारत के दीर्घकालिक शैक्षणिक एवं अनुसंधान लक्ष्यों में योगदान देने वाले भारतीय निगमों व अकादमिक संस्थानों के साथ सहयोग के मंच का काम करेगा।
यह पहल विश्वविद्यालय की व्यापक एडवांसिंग मेलबर्न ग्लोबली रणनीति का हिस्सा है, जो मेलबोर्न को एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक अग्रणी ज्ञान केंद्र के रूप में स्थापित करना चाहता है।
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