भारतीय मूल की ब्रिटिश सांसद सीमा मल्होत्रा ने बताया है कि यूनाइटेड किंगडम में 4 मिलियन से ज्यादा वीजा होल्डर्स ने अपने फिजिकल इमिग्रेशन डॉक्युमेंट्स को डिजिटल ई वीजा में बदल लिया है।
यूनाइटेड किंगडम में माइग्रेशन व सिटिजनशिप मामलों की पार्लियामेंटरी अंडर सेक्रेटरी ऑफ स्टेट सीमा मल्होत्रा ने आगे बताया कि करीब 6 लाख लोग अभी भी पुराने फिजिकल दस्तावेजों का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें डिजिटल सिस्टम में शिफ्ट होने की जरूरत है। उन्होंने ऐसे लोगों से जल्दी ई वीजा अपनाने का आह्वान किया।
ई-वीजा क्या है?
ई वीजा एक डिजिटल इमिग्रेशन डॉक्युमेंट है, जो किसी व्यक्ति की यूके में लीगल स्टेटस को वेरिफाई करता है। इसे पुराने बायोमेट्रिक रेजिडेंस परमिट (बीआरपी) और बायोमेट्रिक रेजिडेंस कार्ड (बीआरसी) की जगह लाया गया है। इन डिजिटल रिकॉर्ड्स को UKVI अकाउंट के जरिए एक्सेस किए जा सकता है। ये टेंपर प्रूफ होते हैं जिससे सुरक्षा और सुविधा दोनों में आसानी होती है।
सीमा मल्होत्रा ने कहा कि ई वीजा फिजिकल डॉक्युमेंट्स की तुलना में ज्यादा सुरक्षित हैं क्योंकि इनके खोने, चोरी होने या फर्जीवाड़े का खतरा नहीं रहता है। ही उन्होंने उन लोगों को जल्द से जल्द ई वीजा में शिफ्ट होने की सलाह दी जिन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है।
ट्रांजिशन पीरियड और डेडलाइन
यूके होम ऑफिस ने ट्रांजिशन को आसान बनाने के लिए ग्रेस पीरियड को 1 जून तक बढ़ा दिया है। इस अवधि के दौरान जिनके बीआरपी या बीआरसी एक्सपायर हो चुके हैं, वे ई वीजा में शिफ्ट हो सकते हैं। सीमा ने कहा कि ई वीजा की मदद से लोग अपनी पर्सनल डिटेल्स अपडेट कर सकते हैं, अपना स्टेटस देख सकते हैं और एंप्लॉयर या मकान मालिक को सुरक्षित तरीके से अपने इमिग्रेशन स्टेटस का प्रूफ दिखा सकते हैं।
विदेश यात्रा से पहले ये काम करें
बयान में जोर देकर कहा गया है कि नागरिकों को विदेश यात्रा से पहले अपने पासपोर्ट या यात्रा दस्तावेज को ई-वीजा से जोड़ लेना चाहिए। जिनके पास बीआरपी या ईयूएसएस बीआरसी नहीं है, उनकी यात्रा को अन्य तरीकों से जांच करके अनुमति दी जाएगी।
बताया गया कि यात्री जरूरत पड़ने पर अपनी आव्रजन स्थिति को सत्यापित करने के लिए व्यू एंड प्रूव सेवा के जरिए 90 दिन का शेयर कोड भी जेनरेट कर सकते हैं। कैरियर मदद के लिए यूके बॉर्डर फोर्स कैरियर सपोर्ट हब से संपर्क कर सकते हैं।
अनिश्चितकालीन अवकाश (आईएलआर) धारक फिलहाल अपने फिजिकल दस्तावेजों का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन जून 2025 के बाद खत्म हो चुके बीआरपी और बीआरसी को यूके की यात्रा करते समय आव्रजन स्थिति का प्रमाण नहीं माना जाएगा।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login