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हरमीत ढिल्लों ने RNC में की अरदास, मगर इसलिए हो गईं ट्रोल

ट्रोलिंग पर ढिल्लों ने कहा कि अरदास और प्रार्थना के दौरान वहां शांति थी। लोगों ने सिर झुका लिया था। यह बहुत सम्मानजनक था। और जब मैंने मंच छोड़ा तो लोगों ने मुझे गले लगाया गया और मेरे साथ सेल्फी लीं। हॉल के अंदर आलोचना का एक भी शब्द नहीं था।

हरमीत ढिल्लों रिपब्लिकन पार्टी की नेता हैं। / screenshotX@CurrentRevolt

सोमवार को कैलिफोर्निया की नागरिक अधिकार वकील और रिपब्लिकन पार्टी नेता हरमीत ढिल्लों ने सिर पर चुन्नी रखने के बाद खांटी पंजाबी शैली में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन (RNC) के अंत में पंजाबी भाषा में अरदास (प्रार्थना) की। ढिल्लों ने कहा कि वह अरदास यानी प्रार्थना कर रही हैं जिसे सिख समुदाय के लोग किसी नए प्रयास से पहले भगवान की स्तुति करने और सुरक्षा मांगने के लिए करते हैं। उन्होंने पंजाबी भाषा में अरदास की और फिर अंग्रेजी में प्रार्थना। 

ढिल्लों ने कहा कि पिछले 24 घंटे हमारे जीवन के सबसे गहन किंतु अधिक प्रार्थनापूर्ण रहे हैं। मैं आज रात आपके साथ, अपने साथी रिपब्लिकन और मेहमानों के साथ अपनी आस्था की परंपरा से एक प्रार्थना साझा करते हुए सम्मानित महसूस कर रही हूं। इसका स्मरण दुनिया भर में ढाई करोड़ से अधिक लोग करते हैं।

सम्मेलन के दौरान ढिल्लों ने सुरीली आवाज में शांति की कामना। लोगों ने आंखें बंद करके, हाथ जोड़कर और सिर झुकाकर प्रार्थना में सहभागिता दर्शायी। इसके बाद ढिल्लों ने ईश्वर को धन्यवाद दिया और सभी के लिए विनम्रता, सच्चाई, साहस, सेवा और न्याय के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रार्थना की। 

ढिल्लों ने कहा- हे वाहेगुरु, हमारे एकमात्र सच्चे भगवान, हम इस धरती पर अमेरिका को एक अद्वितीय स्वर्ग के रूप में बनाने के लिए आपको धन्यवाद देते हैं जहां सभी लोग अपनी आस्था के अनुसार पूजा करने के लिए स्वतंत्र हैं। हम अपने प्यारे देश के लिए आपका आशीर्वाद और मार्गदर्शन चाहते हैं। कृपया आगामी चुनाव में मतदान करते समय हमारे लोगों को बुद्धि का आशीर्वाद दें। और कृपया चुनाव कराने वाले सभी लोगों को विनम्रता, ईमानदारी, कौशल और सत्यनिष्ठा का आशीर्वाद दें। 

मगर इसलिए ढिल्लों हो गईं ट्रोल...
मगर जैसे ही हरमीत ने अरदास और प्रार्थना खत्म की वे सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गईं। ढिल्लों उन लोगों के एक वर्ग के निशाने पर आ गईं जिन्होंने प्रार्थना को 'ईसाई विरोधी' और 'एक विदेशी भगवान' की पूजा करना माना। कुछ लोगों ने उन्हें ट्रोल करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।

इस पर ढिल्लों ने कहा कि कुल मिलाकर जब नफरत करने वालों की आवाज को कृत्रिम रूप से ऑनलाइन बढ़ाया जा सकता है मैं कहूंगी कि मुख्यधारा के रिपब्लिकंस द्वारा मेरी प्रार्थना पर अधिकांश प्रतिक्रिया सकारात्मक रही है। और मैं इसके लिए आभारी हूं। ढिल्लों ने कहा कि अरदास और प्रार्थना के दौरान वहां शांति थी। लोगों ने सिर झुका लिया था। यह बहुत सम्मानजनक था। और जब मैंने मंच छोड़ा लोगों ने मुझे गले लगाया गया और मेरे साथ सेल्फी लीं। हॉल के अंदर आलोचना का एक भी शब्द नहीं था।



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