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गुजरात इंजीनियरिंग कॉलेज के पूर्व छात्र और अधिकारी इसलिए हैं उत्तरी अमेरिका की यात्रा पर

कोर ग्रुप का मिशन पूर्व छात्रों के पूरे नेटवर्क को एक साथ लाना और समुदाय की भावना को बढ़ावा देते हुए उन्हें उनके अल्मा मेटर से जोड़ना है।

न्यू जर्सी और शिकागो के कार्यक्रमों में 230 पूर्व छात्र एकत्र हुए। / Courtesy Photo
  •  प्रणवी शर्मा

गुजरात स्थित लालभाई दलपतभाई कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (LDCE) एक सम्मानित संस्थान है। कॉलेज अपने शताब्दी समारोह की ओर अग्रसर है। कॉलेज की स्थापना जून 1947 में हुई जो आजादी के बाद से भारत की विकास यात्रा को भी दर्शाती है। 

LDCE 2047 में अपनी 100वीं वर्षगांठ के करीब पहुंच रहा है लिहाजा पूर्व छात्रों का एक समर्पित समूह और प्रमुख कॉलेज अधिकारी अपने वैश्विक नेटवर्क को मजबूत करने और संस्थान के मानकों को ऊंचा उठाने के लिए पहल कर रहे हैं। इसी पहल के एक हिस्से के रूप में टीम ने पूर्व छात्र नेटवर्क को फिर से मजबूत करने के लक्ष्य के साथ न्यू जर्सी, शिकागो और सैन फ्रांसिस्को में रुकते हुए अपने उत्तरी अमेरिका दौरे की शुरुआत की है।

इस अभियान का नेतृत्व एक टीम कर रही है जिसमें गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति और LDCE के पूर्व  प्राचार्य डॉ राजुल गज्जर शामिल हैं। LDCE के वर्तमान प्राचार्य डॉ. निलय भूपतानी; LDCE एलुमनी एसोसिएशन (LAA) के अध्यक्ष; आनंद पटेल, उपाध्यक्ष प्रेरक शाह और LAA बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य अपूर्व ठाकरशी, पराग शाह, चेतन ठक्कर और सलील भट्ट भी इस टीम का हिस्सा हैं। 

LDCE का दावा है कि दुनिया भर में उसके अनुमानित 30,000 से 35,000 पूर्व छात्रों का नेटवर्क है। इनमें से कई वैश्विक कंपनियों का नेतृत्व करते हैं या सफल उद्यमों की स्थापना कर चुके हैं। कोर ग्रुप का मिशन समुदाय की भावना को बढ़ावा देते हुए इन पूर्व छात्रों को उनके अल्मा मेटर के साथ फिर से जोड़ना है।

बताया जा रहा है कि उत्तरी अमेरिकी दौरे को पहले ही महत्वपूर्ण सफलता मिल चुकी है। न्यू जर्सी और शिकागो के कार्यक्रमों में 230 पूर्व छात्र एकत्र हुए हैं। इस पुनर्मिलन ने उन पूर्व छात्रों के बीच नए कनेक्शन की खोज की वह भावना पैदा की है जो दशकों से नहीं मिले थे।
 
कनेक्शन को बढ़ावा देने के अलावा टीम संयुक्त राज्य अमेरिका में LAA के स्थानीय अध्याय स्थापित कर रही है, जो चल रहे पूर्व छात्रों के जुड़ाव के लिए एक रूपरेखा प्रदान कर रही है। पूर्व छात्र नेताओं का छोटा लेकिन दृढ़ समूह संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत भर में पूर्व छात्रों के साथ जुड़ने और उन्हें संगठित करने की अपनी क्षमता को लेकर आश्वस्त है। यह सुनिश्चित करते हुए कि एलडीसीई की विरासत विस्तार पाती रहे।

LDCE का दावा है कि दुनिया भर में उसके अनुमानित 30,000 से 35,000 पूर्व छात्रों का नेटवर्क है। / Courtesy Photo

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