आर्य प्रतिनिधि सभा अमेरिका के तीन राज्यों (न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी और कनेक्टिकट) के आर्य समाजों के समन्वय से 18-21 जुलाई, 2024 को लॉन्ग आइलैंड, न्यूयॉर्क के हॉफ्स्ट्रा विश्वविद्यालय में एक अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन (वैश्विक आर्य शिखर सम्मेलन) की मेजबानी करने जा रही है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महर्षि दयानंद सरस्वती (आर्य समाज के संस्थापक और आधुनिक सुधारक) की द्विशताब्दी जयंती के 12 फरवरी, 2023 से शुरू होने वाले दो वर्षीय समारोह का उद्घाटन किया था। मोदी ने इन कार्यक्रमों को ज्ञान ज्योति पर्व का नाम दिया था। यानी ज्ञान महोत्सव के माध्यम से ज्ञानोदय। इससे दुनिया भर में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू हुई।
भारत के सांस्कृतिक मंत्रालय ने महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती मनाने के लिए दुनिया भर के नेताओं की एक समिति का गठन करते हुए एक विशेष 'भारत का राजपत्र' जारी किया। आर्य प्रतिनिधि सभा अमेरिका को गर्व है कि आर्य प्रतिनिधि सभा अमेरिका के 2 सदस्यों को भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली इस सम्मानित समिति का हिस्सा बनने के लिए चुना गया।
वैश्विक आर्य शिखर सम्मेलन (2024) आर्य समाज की स्थापना के आगामी 150 वर्षों (2025) का जश्न मनाएगा और संयुक्त राज्य अमेरिका में आर्य समाज की स्थापना के 50 वर्ष (2024) भी उत्सवित करेगा। यह कार्यक्रम 18-21 जुलाई, 2024 तक न्यूयॉर्क के हेम्पस्टेड में हॉफ्स्ट्रा विश्वविद्यालय के परिसर में एक सम्मेलन शैली आयोजित किया जाएगा।
इस वैश्विक आयोजन में संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, भारत, मॉरीशस, दक्षिण अफ्रीका, केन्या, नीदरलैंड, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, गुयाना, त्रिनिदाद और सूरीनाम के 2,500 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेने वाले हैं। योग गुरु स्वामी रामदेव और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देववत मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाएंगे।
वैश्विक सम्मेलन का विषय 'आर्य समाज: बेहतर दुनिया के लिए सनातन वैदिक धर्म' है। कार्यक्रम के विषयों में वैदिक मूल्य और शारीरिक, मानसिक-नैतिक-आध्यात्मिक कल्याण, बेहतर व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के लिए वैदिक मूल्य-आधारित सीडीपी, बेहतर समाज और बेहतर दुनिया की नींव के रूप में बेहतर इंसान, विश्व शांति के लिए सार्वभौमिक अवधारणाएं, प्रभाव शामिल हैं। खाद्य सुरक्षा और पर्यावरण पर शाकाहारी आहार, गीता और रामायण से सीख के अलावा मनुस्मृति के मूल सिद्धांत बनाम गलत व्याख्याएं, पर्यावरण-धरती माता की सार्वभौमिक अवधारणाएं भी शामिल होंगी।
सम्मेलन की शुरुआत न्यूयॉर्क शहर के टाइम्स स्क्वायर में एक सांस्कृतिक उत्सव के साथ होगी जहां 1,000 से अधिक लोग महर्षि दयानंद सरस्वती की द्विशताब्दी जयंती मनाने के लिए एकत्रित होंगे। इस उत्सव का नेतृत्व आर्य समाज के युवाओं द्वारा किया जाएगा जहां वे प्राचीन वेद मंत्रों का उच्चारण, भजन और सांस्कृतिक तथा देशभक्ति पर आधारित नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करेंगे।
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