जॉर्जिया राज्य सीनेट के लिए चुनाव लड़ रहे भारतीय-अमेरिकी जेन जेड उम्मीदवार अश्विन रामास्वामी ने अपने प्रतिद्वंद्वी शॉन स्टिल द्वारा उनकी आस्था और विश्वास पर 'खतरनाक हमलों' की कड़ी निंदा की है।
हाल ही के एक अभियान मेलर में स्टिल ने कथित तौर पर रामास्वामी को 'धार्मिक कट्टरपंथी और चरमपंथी' बताकर हमला किया। राज्य सीनेट के लिए चुनाव लड़ने वाले पहले जेन जेड भारतीय-अमेरिकी रामास्वामी ने स्टिल द्वारा किए गए दावों को खारिज करते हुए दृढ़ता से जवाब दिया।
रामास्वामी ने कहा कि धर्म के आधार पर हमारे नागरिकों पर हमला करने का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है। अश्विन ने जोर दिया कि राजनीतिक अभियानों में नीति और मूल्यों पर बहस हो सकती है लेकिन किसी की आस्था को निशाना बनाना एक सीमा पार करना है।
अपने बयान में रामास्वामी ने हिंदू समुदाय के साथ अपने गहरे संबंधों को रेखांकित किया और दुनिया के पहले हिंदू धार्मिक कानून छात्र संघ बनाने में अपनी भूमिका और अंतरधार्मिक प्रतिनिधिमंडलों में हिंदू राजदूत के रूप में अपने काम का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि मैं युवाओं को हिंदू धर्म और संस्कृतम् सिखाता हूं और मेरा विश्वास मुझे विविधता में एकता का मूल्य सिखाता है।"
रामास्वामी ने स्टिल की उग्रता के व्यापक निहितार्थों पर जोर देते हुए कहा कि ये हमले अगली पीढ़ी को एक हानिकारक संदेश देते हैं। उन्होंने अपने समुदाय से इस तरह की बयानबाजी के खिलाफ खड़े होने का आग्रह किया। उन्होंने घोषणा की कि हम सभी को उठना चाहिए, जागना चाहिए और जो सही है उसके लिए खड़ा होना चाहिए।
यदि चुनाव जीत जाते हैं तो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, चुनाव सुरक्षा और प्रौद्योगिकी कानून की पृष्ठभूमि रखने वाले रामास्वामी जॉर्जिया राज्य सीनेट में सेवाएं देने वाले पहले जेन जेड भारतीय-अमेरिकी होंगे और जिला 48 का प्रतिनिधित्व करेंगे।
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