पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर और राष्ट्रपति पद की दावेदार निकी हेली को उनके ही 'घर' में करारी शिकस्त दी है। राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन दावेदार निकी हेली अपनी मां राज कौर रंधावा को दक्षिण कैरोलिना के रिपब्लिकन प्राइमरी में वोट दिलाने अपने ही साथ ले गई थीं। मतदान समाप्त होने के बाद हुई गिनती में हेली को केवल 13 प्रतिशत वोट हासिल हुए।
कुल मिलाकर 46 प्रतिशत वोटिंग हुई जिसमें से ट्रंप को लगभग 60 प्रतिशत वोट मिले ( 210,000 से अधिक) और हेली 148,000 मत हासिल कर 40 फीसदी से भी कम पर सिमट गईं। मीडिया ने हेली की इस हार को उनकी दौड़ का अंत बताया है। प्राइमरी के लिए वोटिंग 24 फरवरी को हुई थी।
इससे पहले दिन में हेली ने एक्स (पहले ट्विटर) पर बताया कि वह अब भी चुनावी दौड़ में क्यों हैं। निकी ने लिखा- मैं दक्षिण कैरोलिना के एक छोटे से ग्रामीण शहर के वैध अप्रवासियों की गौरवान्वित बेटी हूं।
मेरी मां भारत में एक वकील थीं और अदालत में बैठने के लिए चुनी जाने वाली पहली महिलाओं में से एक थीं। लेकिन वक्त के चलते उन्हे कभी अवसर नहीं मिला। आज जब उन्होंने अपने बच्ची को संयुक्त राज्य अमेरिका का राष्ट्रपति बनाने के लिए वोट डाला तो मैं उनके साथ थी। उनके पोते ने अपनी मां के लिए वोट दिया। हमे अमेरिका में रहने के लिए लोगों ने आशीर्वाद दिया।
प्राइमरी के नतीजे आने के बाद हेली ने मीडिया से कहा कि मैं अमेरिका के लिए लड़ रही हूं। मुझे लगता है कि हमे इस देश को बचाना है। और इसीलिए मैं मुकाबले से पीछे नहीं हट रही हूं। अब मैं मिशिगन जा रही हूं जहां 27 फरवरी को प्राइमरी के लिए वोटिंग होनी है और फिर कैलिफोर्निया समेत 15 सुपर ट्यूसडे राज्यों का रुख करूंगी जहां 5 मार्च को प्राइमरी होगी।
इस तरह हेली ने साफ किया कि वह अभी दौड़ में बनी रहना चाहती हैं। रिपब्लिकन राजनीतिक रणनीतिकार रीना शाह ने न्यू इंडिया अब्रॉड से कहा कि हेली को अपने मूल दक्षिण कैरोलिना में हार के बावजूद दौड़ में बने रहना चाहिए। आज रात का परिणाम दौड़ में किसी बड़े बदलाव का संकेत नहीं देता। वह केवल सुपर मंगलवार को आएगा। प्रतिनिधि आवंटन के मामले में ट्रम्प से पार पाना वोटों के गणित के हिसाब से असंभव हो सकता है लेकिन हेली को तब तक देखना चाहिए कि हालात क्या रुख लेते हैं।
ट्रम्प पर 91 मामले चल रहे हैं और उनमें से किसी में भी उनको जेल हो सकती है। उन्हें सिविल धोखाधड़ी मामले में 350 मिलियन डॉलर और लेखिका ई. जीन कैरोल को 80 मिलियन डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया गया है। कैरोल ने ट्रंप पर रेप का आरोप लगाया था।
शाह ने कहा कि ट्रंप को जो समर्थन प्राप्त है वह उनके 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' के नारे के आधार पर मिल रहा है। लोग प्राइमरी में मतदान करने निकलेंगे क्योंकि वे बाइडन और हैरिस को नापसंद करते हैं। लोग अवैध प्रवास और दक्षिणी सीमा पर संकट के डर के साथ-साथ अर्थव्यवस्था और बाइडन प्रशासन के तहत महंगाई से उपजे गुस्से के कारण लामबंद हो रहे हैं। ये वे लोग हैं जो ट्रंप को किसी भी मामले के लिए माफ कर देंगे और उन्हें लगता है कि उन्हें व्हाइट हाउस से बाहर रखने के लिए एक बड़ी साजिश रची गई है।
हालांकि दक्षिण कैरोलिना में बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी रहते हैं लेकिन साउथ एशियन्स फॉर अमेरिका की राष्ट्रीय आयोजन अध्यक्ष हरिनी कृष्णन ने न्यू इंडिया अब्रॉड को बताया कि पहचान की राजनीति ने यहां के मतदान परिणामों में नगण्य भूमिका निभाई।
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