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भारत सरकार के पूर्व सचिव ने अपनी किताब का किया विमोचन, बोले- भारत अद्वितीय देश

भारत सरकार के पूर्व सचिव के. मोहनदास ने अपनी पुस्तक 'द राइट टू गुड गवर्नेंस: ए गाइड फॉर द यंग इंडियंस' के विमोचन के मौके पर कहा कि हम भारत की तुलना किसी अन्य देश से नहीं कर सकते। बहुत सी चीजें हैं जो भारत को अद्वितीय बनाती हैं।

भारत सरकार के पूर्व सचिव के. मोहनदास ने अपनी पुस्तक 'द राइट टू गुड गवर्नेंस: ए गाइड फॉर द यंग इंडियंस' का विमोचन किया। / Keral Center

भारत सरकार के पूर्व सचिव के. मोहनदास ने अपनी पुस्तक 'द राइट टू गुड गवर्नेंस: ए गाइड फॉर द यंग इंडियंस' का विमोचन किया। ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन ऑफ पीपुल ऑफ इंडियन ओरिजिन (GOPIO) के न्यूयॉर्क चैप्टर और इंडियन अमेरिकन केरल कल्चरल एंड सिविक सेंटर ने इस मौके पर एक टॉक और इंटरैक्टिव सेशन की मेजबानी की। केरल सेंटर में नए उद्घाटन किए गए डॉ. थॉमस अब्राहम लाइब्रेरी में इसका आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। कई लोग जूम से भी जुड़कर इस आयोजन के प्रत्यक्ष गवाह बने।

मोहनदास ने 1974 से 2012 तक भारतीय प्रशासनिक सेवा में काम किया है। उन्होंने जिला कलेक्टर, कोट्टायम सहित उद्योग, शिक्षा, वित्त और लोकल गवर्नेंस सहित कई विभागों के लिए केरल सरकार के सचिव के रूप में काम किया है। केंद्र सरकार में वह प्रवासी भारतीय कार्य सचिव थे। शिपिंग सेक्रेटरी के रूप में वह रिटायर हुए। हाल ही में वह केरल राज्य वेतन आयोग के अध्यक्ष थे।

यह बातचीत उनकी नई पुस्तक पर आधारित थी। कार्यक्रम की शुरुआत केरल सेंटर के अध्यक्ष एलेक्स एस्टापन और GOPIO-न्यूयॉर्क चैप्टर की अध्यक्ष बीना कोठारी के स्वागत के साथ हुई। GOPIO के अध्यक्ष डॉ. थॉमस अब्राहम ने मोहनदास का परिचय कराया। उन्होंने कहा कि मोहनदास भारतीय प्रवासी मुद्दों से बहुत परिचित थे क्योंकि उन्होंने प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय में सचिव के रूप में काम किया है। इसके अलावा उन्होंने कुछ प्रवासी भारतीय दिवस भी आयोजित किए हैं।

मोहनदास ने अपनी किताब के बारे में बताया कि उन्होंने लगातार पांच साल तक किताब पर काम किया है। इसमें कुछ गैप रह गया था। फिर पिछले साल के अंत में इसे पूरा किया। मोहनदास ने कहा कि यह महज संयोग है कि यह भारत के आम चुनाव के समय जारी हुआ है। वास्तव में हमारे शासन के कई पहलू भारत को एक सॉफ्ट नेशन बनाते हैं।

उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद है कि हमारी न्यायपालिका अक्सर कार्यकारी क्षेत्र में अतिक्रमण करने के लिए लोलुप रहती है। यह सही है कि भारत का जबरदस्त आर्थिक विकास हुआ है, लेकिन असमानता अभी अभी बनी हुई है। इसकी वजह ये है कि धन कुछ लोगों के हाथों में केंद्रित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि हम भारत की तुलना किसी अन्य देश से नहीं कर सकते। बहुत सी चीजें हैं जो भारत को अद्वितीय बनाती हैं। मोहनदास ने आगे कहा है कि यह पुस्तक भारतीय युवाओं के लिए तैयार है क्योंकि उनका मानना है कि भारत की सबसे बड़ी संपत्ति इसकी मानव पूंजी, विशेष रूप से इसके युवा हैं। कार्यक्रम में GOPIO के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष लाल मोटवानी ने शिरकत की। केरल केंद्र के सचिव राजू थॉमस ने धन्यवाद ज्ञापन किया। यह किताब Amazon पर भी उपलब्ध है।

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