फ्लोरिडा स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण कंपनी, जैबिल (Jabil Inc) ने भारत में अपने विस्तार की योजना के हिस्से के रूप में तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। हस्ताक्षर शिकागो में हुए और इसमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और उद्योग मंत्री डॉ. टी आर बी राजा शामिल थे, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में राज्य के निवेश अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं।
इस विस्तार में लगभग US$ 240 मिलियन (2000 करोड़ रुपये) का निवेश शामिल है। इससे 5,000 नौकरियां जेनरेट होने की उम्मीद है। इसके अलावा तिरुचिरापल्ली (तिरुचि) को एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के रूप में स्थापित किया जाएगा। यह महाराष्ट्र के पुणे में अपनी मौजूदा सुविधा का पूरक होगा, जो 2003 से चालू है।
जैबिल में वैश्विक व्यापार इकाइयों के कार्यकारी उपाध्यक्ष मैट क्रॉली ने कहा कि भारत एक प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के रूप में उभर रहा है। भारत में हमारा विस्तार जैबिल को अपने ग्राहकों की भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने और उनके साथ बढ़ने में सक्षम बनाएगा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने राज्य की अर्थव्यवस्था पर इस निवेश के प्रभाव को लेकर आशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि तिरुचिरापल्ली में जैबिल का प्रवेश एक महत्वपूर्ण एंकर निवेश होगा, जिससे रोजगार सृजन और एक मजबूत इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन का उदय होगा। स्टालिन ने कहा कि यह निवेश राज्य के बुनियादी ढांचे और प्रतिभा की उपलब्धता को रेखांकित करता है, जो उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स और इनोवेशन में अग्रणी स्थिति को और मजबूत करता है।
यह समझौता ऐसे समय में हुआ है जब तमिलनाडु महत्वपूर्ण विदेशी निवेश हासिल करना जारी रखे हुए है। इनमें कांचीपुरम में रॉकवेल ऑटोमेशन का US$ 80 मिलियन (666 करोड़ रुपये) का विस्तार और कौशल विकास को बढ़ावा देने और एमएसएमई और स्टार्टअप का समर्थन करने के लिए ऑटोडेस्क के साथ एक समझौता ज्ञापन शामिल है।
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