अमेरिका में विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में हिंदू-अमेरिकियों और वॉशिंगटन डीसी क्षेत्र के एक स्थानीय हिंदू मंदिर ने भारत स्थित अयोध्या में राम मंदिर के आगामी उद्घाटन का जश्न मनाने के लिए एक मिनी कार और बाइक रैली का आयोजन किया। यह आयोजन मैरीलैंड के 'अयोध्या वे' में एक स्थानीय हिंदू मंदिर श्री भक्त अंजनेय मंदिर में किया गया।
संयुक्त राज्य अमेरिका में सड़क का नाम 'अयोध्या वे' रखा गया है। राम मंदिर के भव्य उद्घाटन का जश्न मनाने के लिए कार और बाइक सवार लोग इस अमेरिकी सड़क पर एकत्र हुए और रैली निकाली। इस रैली में 10 साल के बच्चों से लेकर 70 वर्ष के बुजुर्गों तक ने उत्साह के साथ भाग लिया। रैली में शामिल कितने ही लोगों की पृष्ठभूमि अलग थी मगर उनकी खुशी का सबब एक ही था।
आयोजकों में से एक और अमेरिका में विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष महेंद्र सापा ने बताया कि हिंदुओं के 500 साल के लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है। उसी का उत्सव मनाने के लिए हम भी वॉशिंगटन में एक वैसा ही आयोजन करने वाले हैं। यह आयोजन अगले महीने की 20 तारीख को होगा। इस आयोजन में 1000 अमेरिकी-हिंदू परिवार शामिल होंगे। आयोजन में रामलीला भी होगी और भगवान राम की कहानियां और प्रार्थना भी होगी। भजन भी गाये जाएंगे।
एक अन्य आयोजक अनिमेश शुक्ला ने कहा कि उत्सव में विभिन्न उम्र के बच्चों द्वारा भगवान श्री राम के जीवन पर एक नाटिका प्रस्तुत की जाएगी ताकि अमेरिका के बच्चे और यहां जन्मे भारतीय मूल के बच्चे अपनी परंपरा और आस्था के प्रतीक-पुरुषों से वाकिफ हो सकें।
सह-आयोजक और स्थानीय तमिल हिंदू नेता प्रेमकुमार स्वामीनाथन ने तमिल भाषा में भगवान श्री राम की स्तुति करते हुए एक गीत गाया और सभी परिवारों को अमेरिका में 20 जनवरी के उत्सव के साथ-साथ 22 जनवरी को अयोध्या में वास्तविक उद्घाटन के लिए निमंत्रण दिया। अन्य आयोजकों ने कन्नड़, तेलुगु और अन्य भाषाओं में अपने जीवन में भगवान श्री राम के महत्व का वर्णन किया।
कार रैली के आयोजक कृष्णा गुड़ीपति ने श्रीराम के सभी भक्तों को एक बड़ी कार और मोटर बाइक रैली के लिए तथा अयोध्या मंदिर का आगामी उत्सव मनाने के लिए आमंत्रित किया। स्थानीय हिंदू नेता और अमेरिका में जन्मी दूसरी पीढ़ी के अंकुर मिश्रा ने बताया कि कई हिंदू पीढ़ियों और परिवारों के लिए अमेरिकी संस्कृति का आदर्श नागरिक बनने के लिए अयोध्या मंदिर के ऐतिहासिक उद्घाटन को याद रखना कितना महत्वपूर्ण है।
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